मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के दो कर्मचारियों को धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) के एक मामले में गिरफ्तार किया है, जिसमें उन्होंने 100 करोड़ रुपए की रिश्वत ली थी।
अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि इन दोनों कर्मचारियों में उनके निजी सचिव संजीव पलांडे और निजी सहायक कुंदन शिंदे शामिल हैं। दोनों को शुक्रवार रात ईडी द्वारा मुंबई और नागपुर में उनके और देशमुख के खिलाफ छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया गया था। तलाशी के बाद दोनों आरोपियों को ईडी कार्यालय लाया गया।
अधिकारी ने कहा उन्हें मुंबई की विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा जहां ईडी हिरासत में पूछताछ के लिए उनकी रिमांड मांगेगा। देशमुख और अन्य के खिलाफ ईडी का मामला तब सामने आया जब केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने पहले प्रारंभिक जांच की और उसके बाद बॉम्बे उच्च न्यायालय के आदेश पर मामला दायर किया।
अदालत ने एजेंसी से देशमुख के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा लगाए गए रिश्वत के आरोपों की जांच करने को कहा था। पूर्व गृह मंत्री देशमुख ने इन आराेंपों के मद्देनजर अप्रैल में इस्तीफा दे दिया था। उन्होेंने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है।