जयपुर । राजस्थान के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी ने आज विधानसभा में आश्वस्त किया कि प्रदेश में वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता और गुणावगुण के आधार पर नए महाविद्यालय खोले जाएंगे।
भाटी ने प्रश्नकाल में इस सम्बन्ध में पूछे गए विधायकों के पूरक प्रश्नों के जवाब में कहा कि बाड़मेर के रामसर उपखंड में कोई महाविद्यालय संचालित नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि रामसर से बाड़मेर 63 किलोमीटर और शिव 78 किलोमीटर दूर है। यहां पहले से ही राजकीय महाविद्यालय संचालित हो रहे हैं। रामसर से चौहटन 40 किलोमीटर दूर है, यहां भी राजकीय महाविद्यालय होने के साथ ही पांच निजी महाविद्यालय संचालित हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि बाड़मेर जैसे सीमावर्ती क्षेत्र भौगोलिक दृष्टि से काफी पिछड़ा हुआ है और यहां अनूसचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग की जनसंख्या भी है। उन्होंने कहा कि सरकार गुणावगुण के आधार पर महाविद्यालय खोलने का विचार रखती है। इससे पहले विधायक अमीन खां के मूल प्रश्न के जवाब में भाटी ने बताया कि संसाधनों की उपलब्धता एवं गुणावगुण के आधार पर जिला बाडमेर के पिछडे क्षेत्रों में नवीन राजकीय महाविद्यालय खोले जाने पर विचार किया जाएगा।
भाटी ने विधायक राजकुमार शर्मा के प्रश्न पर भी आश्वस्त किया कि वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर नवलगढ़ में विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय खोले जाने पर विचार किया जाएगा।