अजमेर। राजस्थान के शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राज्य सरकार बेवजह माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के काम में दखल नहीं देगी और उसकी स्वतंत्रता और स्वायत्ता बनाए रखी जाएगी।
मंत्री बने बाद शुक्रवार को पहली बार अजमेर आए डोटासरा ने बोर्ड अधिकारियों की बैठक की और वार्षिक परीक्षाओं की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यहां कर्मचारियों की कमी को दूर करने का भरोसा दिलाया।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की महानता पर किसी को कोई संदेह नहीं है और बोर्ड के पाठ्यक्रम पुस्तकों में उनके महान जीवन से जुड़े पाठ को पढ़ाया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा राज में पाठ्यक्रम में जो बदलाव किए गए हैं उस पर सरकार की एक समीक्षा कमेटी जल्द ही घटित की जाएगी। उस कमेटी के सुझाव के अनुरुप पाठ्यक्रमों पर निर्णय लिया जाएगा।
बोर्ड द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय प्रतिभा खोज परीक्षा के साथ पंडित दीनदयाल उपाध्याय का नाम भाजपा शासन में जोड़ा गया जो कि एक राजनीतिक दृष्टिकोण है लेकिन अब कांग्रेस राज में दीनदयाल उपाध्याय का नाम हटाने का काम कर शिक्षा को राजनीति से अलग रखा जाएगा। शिक्षा मंत्री बाद में यहां कांग्रेस कार्यालय पहुंचे जहां शहर अध्यक्ष विजय जैन की अगुवाई में उनका स्वागत किया गया।