सबगुरु न्यूज – सिरोही। सेंट जोसेफ कैथोलिक गिरजाघर में ईस्टर पास का जागरण समारोह में प्रार्थना व आराधना गिरजाघर के पल्ली पुरोहित फादर जॉनी फादर सीबी फादर जॉर्जी फादर जीबीन के सानिध्य में प्रार्थना आराधना कार्यक्रम आयोजित किया गया। हिंदी, मलयालम व अंग्रेजी में प्रार्थना व आराधना हुईं ।
सिरोही के सेंट जोसेफ कैथोलिक गिरजाघर के प्रवक्ता रंजी स्मिथ ने बताया कि पास का जागरण ईस्टर समारोह कार्यक्रम चार भागों में आयोजित हुई। पहला भाग जागरण के प्रारंभिक विद्या आग तथा पास का मोमबत्ती की आशीष ज्योति का गुणगान। दूसरा भाग शब्द समारोह, तीसरा भाग बपतिस्मा समारोह बपतिस्मा जल की आशीष व बपतिस्मा की प्रतिज्ञा दोहराना और अंतिम चौथा भाग प्रभु यीशु की अर्पण प्रार्थना समारोह का आयोजन हुआ।
सिरोही कैथोलिक गिरजाघर के बाहर पास का जागरण समारोह में फादर जोमी के सानिध्य में पास का मोमबत्ती की आशीष जागरण के प्रारंभिक विद्या प्रारंभ हुई। जिसमें फादर ने कहा कि आज के परम पवित्र रात्रि में हमारे प्रभु यीशु मृतकों में से जी उठे। इसलिए आज का दिन भक्ति पूर्ण प्रार्थना के साथ यह पुण्य जागरण मना रहे हैं। निसंदेह हम उन्हीं के भक्ति मृत्यु पर विजय होंगे हमारे हृदय मैं स्वर्गीय अभिलाषा में प्रचलित उठे और हम आनंद ज्योति के उत्सव में शुद्ध मन से सम्मिलित हो सके।
इसी के साथ फादर गणों के सानिध्य में मोमबत्ती जलाकर श्रद्धालुओं द्वारा गिरजाघर के चारों तरफ आशीष गीतों के साथ मोमबत्ती ज्योति यात्रा निकाली। मोमबत्ती ज्योति यात्रा गिरजाघर के प्रवेश द्वार पर पहुंचने के बाद ईसाई श्रद्धालुओं द्वारा भक्ति गीत गाया गया।
गिरजाघर में दूसरा भाग शब्द समारोह प्रारंभ हुआ जिसमें युवा युवतियों द्वारा पवित्र बाइबल का वाचन किया गया। फादर जॉर्जी ने पवित्र बाइबल का सुसमाचार का वाचन किया।
फादर जॉब ने पवित्र बाइबल के सुसमाचार का व्याख्या करते हुए कहा कि प्रभु यीशु ने मनुष्य को अंधकार से उठाकर उजाला का रास्ता दिखाया है। हमें प्रभु यीशु के आदर्शों पर चलना चाहिए। उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि गुरु ने अपने शिष्य से पूछा अपना जीवन में प्रकाश कैसे प्राप्त करोगे, तो शिष्य ने कहा कि सूर्य के उजाला होने पर उनके सारे सारे चलूंगा। रात के समय चंद्रमा के उजाले पर चलूंगा। गुरु ने कहा कि यदि सूर्य और चंद्रमा प्रकाश देने बंद कर दे तो क्या करोगे? तो उन्होंने कहा कि मोमबत्ती की रोशनी में कार्य करूंगा। तो शिष्य ने कहा कि यदि आंधी आ जाए तो मोमबत्ती की रोशनी भी बुझ जाएगी तो क्या करोगे तो शिष्य गुरु का प्रश्न का उत्तर नहीं दे पाए।
तो गुरु ने कहा है कि ईश्वर द्वारा दी गई रोशनी से मनुष्य अपने जीवन में उजाला प्राप्त कर सकता है यह तभी संभव है जब मनुष्य ईश्वर को सुख और दुख में याद करें और उनके बताए हुए मार्ग पर चले।
सभी मनुष्य को ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त होगा ईश्वर मनुष्य को सत्य प्रेम त्याग और बलिदान के मार्ग पर चलने का मार्गदर्शक है।आज मनुष्य से दूर प्रतिस्पर्धा का दौर है। जिसके कारण मनुष्य ईश्वर से दूर होते जा रहा है। ईश्वर हमें दया पूर्वक हमारे मन और हृदय की एकता प्रदान करता है। आराधना व प्रार्थना कार्यक्रम के चौथे भाग में प्रभु यीशु के लिए अर्पण प्रार्थना कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें फादर सीबी व फादर जोमी द्वारा जल मोमबत्ती आशीष प्रार्थना कार्यक्रम का आयोजन हुआ एवं फादर गणों के सानिध्य में ईसाई श्रद्धालुओं द्वारा विश्व में शांति भाईचारा एवं सौंदर्य वातावरण के लिए प्रार्थना व आराधना कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
फादर जोमी श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि मनुष्य में डर तक उत्पन्न होता है तब मनुष्य कोई गलत कार्य करता है इसलिए मनुष्य को कभी भी कोई कार्य करने से पूर्व अपने हृदय से उस कार्य के बारे में सोचना चाहिए। साथ ही दूसरे मनुष्य को किसी भी प्रकार से तकलीफ नहीं देनी चाहिए। यदि वाणी से किसी को तकलीफ होती है तो उसे अपना पाप स्वीकार करना चाहिए। मनुष्य को अपने देश में सौंदर्य वातावरण बनाने के लिए आपसे मैं प्रेम दया एवं सहयोग की भावना का विकास करना चाहिए। ईस्टर पास का जागरण पर्व प्रार्थना व आराधना कार्यक्रम के समापन पर ईसाई श्रद्धालुओं द्वारा एक दूसरों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। 40 दिन के उपवास के अंतिम दिन पर एक साथ उपवास खोला गया।