लंदन | ईरान ने आज कहा कि अमेरिका के उस पर लगाए गए नये प्रतिबंध वर्ष 2015 के अंतरराष्ट्रीय परमाणु समझौते को बचाने की उसकी कोशिशों को विफल करने का एक प्रयास है।
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम कासेमी ने फार्स संवाद समिति के सवाल के जवाब में कहा, “अमेरिकी सरकार इस तरह की विनाशकारी उपायों से परमाणु समझौते में शामिल अन्य देशों की इच्छाओं और निर्णयों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही है।” ईरान, ब्रिटेन, फ्रांस तथा जर्मनी के विदेश मंत्रियों ने अमेरिका के बिना परमाणु समझौते को बचाए रखने के मुद्दे पर चर्चा के लिए बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में कल बैठक की थी लेकिन इन सभी देशों पर अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद अपनी कंपनियों का ईरान के साथ व्यापार जारी रखने को लेकर भारी दवाब है।
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जावेद जरीफ ने कहा कि बैठक एक अच्छी शुरुआत है लेकिन वह ईरान के हितों की रक्षा के लिए वादा चाहते थे। उन्होंने कहा कि यूरोप तथा ईरान के विशेषज्ञों को इस बारे में तेजी से उपाय ढूंढने का काम सौंपा गया है और हम लोग अगले सप्ताह वियना में फिर बैठक करेंगे। गौरतलब है कि हाल ही में अमेरिका इस समझौते से अलग हो गया था और उसने मंगलवार को ईरान पर नये प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए कहा था कि ईरान के साथ व्यापार करने वाली विदेशी कंपनियों को भी दंड़ित किया जाएगा।