जम्मू। ईद-उल-अजहा का पर्व सोमवार को यहां हर्षोल्लास और भाईचारे के माहौल में मनाया गया। जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के निष्प्रभावी होने के बाद पहली बार यहां ईद-उल-अजहा का पर्व मनाया गया।
इस मौके पर राज्य के विभिन्न मस्जिदों में नमाज के बाद लोग एक-दूसरे से गले मिले और ईद की बधाइयां दी। गैर-मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी मुस्लिम भाइयों से गले लगकर बधाई दी। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रदेशवासियों को ईद-उल-अजहा की बधाई दी।
नेशनल कांफ्रेंस के जम्मू अध्यक्ष देवेन्दर सिंह राणा ने लोगों को ईद-उल-अजहा की बधाई दी और कहा कि यह पर्व जम्मू कश्मीर में शांति और समृद्धि लाएगा।
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 हटाने के बाद यह पहला त्योहार था जिसे देखते हुए प्रशासन ने हर प्रकार की सतर्कता बरती। पांच अगस्त को राज्य में अनुच्छेद 370 को समाप्त करने के साथ ही जम्मू-कश्मीर काे विभाजित कर दो केन्द्र शासित प्रदेश बना दिए गए थे। लद्दाख क्षेत्र को अलग कर बनाया गया केंद्र शासित प्रदेश प्रशासक के अधीन रहेगा। जम्मू-कश्मीर को भी केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है लेकिन यहां विधानसभा होगी।
प्रशासन की तरफ से विभिन्न ईदगाहों और मस्जिदों पर नमाज के समय के लिए पहले ही कार्यक्रम जारी किया गया था। ईद की मुख्य नमाज रेजीडेंसी रोड पर स्थित ईदगाह में अदा की गई जहां शहर के विभिन्न हिस्सों से आए हजारों मुस्लिमों ने सुबह नमाज अदा की।
पुलिस और प्रशासन के अधिकारी भी कई जगहों पर नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों को ईद की मुबारकबाद देते नजर आए। हिंदुओं ने भी कई स्थानों पर मुस्लिमों से गले मिलकर ईद की बधाई दी और राज्य में खुशहाली की दुआ की।
बेकरी, मांस और मिठाई की दुकानों पर खरीदारों की काफी भीड़ देखी गई। इसी बीच राजौरी और पुंछ में मोबाइल फोन कनेक्टिवटी बहाल की गई जिससे कि स्थानीय लोग ईद की मुबारकबाद का आदान-प्रदान कर सकें। मोबाइल इंटरनेट सेवा निलंबित रहीं।
कश्मीर में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि घाटी की विभिन्न मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज बिना किसी हिंसक घटना के शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। सूत्रों ने कहा कि घाटी के किसी भी हिस्से में बड़ी भीड़ के जुटने की अनुमति नहीं दी गई थी। अधिकारियों ने रविवार को ही स्पष्ट कर दिया था कि लोगों को ईद की नमाज अदा करने के लिए पास की मस्जिदों में जाने की अनुमति होगी।
जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से राज्य की स्थिति के बारे में ट्वीट से जानकारी दी गई। ट्वीट में कहा गया है कि घाटी के विभिन्न हिस्सों में ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई और अभी तक किसी भी अप्रिय घटना का समाचार नहीं है।
सरकार की तरफ से पूरी कश्मीर घाटी में पर्याप्त खाद्य सामग्री और अन्य जरूरी सामान का प्रबंध किया गया था। यहां तक की लोगों को उनके घर पर ही कुछ सामान पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई थी।