अलवर। राजस्थान में अलवर के मत्स्य औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक कोल्ड ड्रिंक्स फैक्ट्री से मानव तस्करी विरोधी यूनिट एवं चाइल्ड लाइन की टीम ने आठ बाल श्रमिकों को मुक्त कराया है।
चाइल्डलाइन अलवर के समन्वयक सतीश चन्द चौधरी ने बताया कि मानव तस्करी विरोधी यूनिट एवं चाइल्ड लाइन की टीम ने सोमवार को उद्योग नगर के ईपीआईसीयू एग्रो प्रोडक्ट प्राईवेट लिमिटेड में सुबह करीब सवा नौ बजे कंपनी में जाकर वहां काम कर रहे पांच बालक एवं तीन बालिकाओं को मुक्त कराया।
चौधरी ने बताया कि बाल श्रमिकों ने टीम को बताया कि वे सुबह सात से शाम सात बजे तक काम करते हैं जिसमें दोपहर में मात्र खाना खाने के लिए छोड़ा जाता है। बच्चों ने बताया कि उन्हें ठेकेदार कमल राजपूत निवासी ढाढोली एवं महेश निवासी निठारी काम करने के लिए लेकर आये हैं। इनके यूनिट हैड सतीश कुमार सिंह हाल निवासी वैशाली नगर थाना उद्योग नगर अलवर, एवं कमल राजपूत एवं निठारी निवासी महेश काम करवाते हैं।
इनमें दो बालक एवं दो बालिका उत्तर प्रदेश में मथुरा जिले के मधेम गांव तथा अन्य अलवर जिले के आसपास के गांव सदैमपुर, चोरोटी पहाड, खेडली सैयद आदि जगहों के रहने वाले हैं। बालकों के नियोक्ता उद्योग मालिक, यूनिट मैनेजर एवं काम पर लाने वाले दोनों ठेकेदारों के खिलाफ मानव तस्करी विरोधी यूनिट प्रभारी सागरमल के द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है।
उन्होंने बताया कि सभी बालकों को बाल कल्याण समिति अध्यक्ष श्रवण सिंघल के समक्ष पेश किया गया जहां बालिकाओं को मदर टेरेसा शिक्षा समिति बालिका गृह एवं बालकों को ठाकुरदास बालक आश्रय गृह भेज दिया गया।