अजमेर। एकल नारी शक्ति संगठन से जुडी महिलाओं ने शुक्रवार को अजमेर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया तथा प्रधानमंत्री मोदी के नाम कलक्टर आरती डोगरा को ज्ञापन सौंपा।
अपनी मांगों के संबंध में नारे लिखी तख्तियां थामें कलेक्ट्रेट पहुंची संगठन की महिला सदस्यों की कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर तैनात पुलिसकर्मियों से काफी नोंक झोंक हो गई। चुनाव आचार संहिता के कारण उन्हें कलेक्ट्रेट के बाहर भी एकत्र होने से पुलिस रोक रही थी। जबकि महिलाओं का कहना था कि हम अनुमति लेकर ही आए हैं। हम कोई राजनीतिक संगठन नहीं है न ही वोट मांगने के लिए आएं हैं।
इस बीच ड्यूटी पर महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद पुरुष पुलिसकर्मियों के दखल का महिलाओं ने विरोध किया और मुख्य गेट के इर्द गिर्द बैठ गईं। महिलाओं का कहना था कि पुरुष पुलिसकर्मियों को हमारे हाथ लगाने का अधिकार नहीं है।
संगठन की राज्य समन्वयक चन्द्रकला शर्मा ने बताया कि यहां आईं महिला बहनें अपने अधिकारों के लिए संघर्षरत हैं। राज्य के 25 जिलों से 220 महिलाओं ने सामूहिक रूप से एकत्र आकर अपनी मांगों के संबंध में प्रधानमंत्री मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि आज भी समाज में पितृ सत्तात्मक सोच बनी हुई है। साथ ही महिला ही महिला की दुश्मन होती है जैसे मिथक को गलत साबित करने का यह संगठन प्रयास कर रहा है। इस संगठन के जरिए महिलाएं एक दूसरे की सहभागी बन रही है।
उन्होंने कहा कि हम सामाजिक सुरक्षा, एकल महिलाओं की समस्याओं, पेंशन, खाद्य सुरक्षा की गारंटी चाहते हैं। हमें अब तक प्रतिमाह 5 किलो अनाज मिलता है जो कि उंट के मुंह में जीरे के समान है। एक महिलाओं का समाज में उचित सम्मान मिले। उन्होंने इस बात पर गहरी नाराजगी जताई कि पुरुष पुलिसकर्मी महिलाओं को छूकर बात कर रहे थे। हमें जबरन धकियाया जा रहा था। लोकतांत्रिक देश में सभी को अपनी बात कहने का हक है।