अजमेर। आगामी विधानसभा चुनाव 2018 के मद्देनजर निर्वाचन आयोग की आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के लिए सोमवार को छह जनों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
अजमेर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी अशोक कुमार योगी ने बताया कि राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य दीपक हासानी द्वारा आरती संग्रह की पुस्तकें नवरात्रा, रामनवनी, दशहरा व दीपावली की शुभकामनाओं के साथ मतदाताओं को वितरित की गईं जो मतदाताओं को प्रलोभन देने की श्रेणी में आता है। इस कारण उन्हें के कारण नोटिस जारी किया गया है।
इसी तरह मुन्नालाल शर्मा द्वारा बिना अनुमति निजी भवनों पर शिवसेना पार्टी के पोस्टर बैनर, झण्डे लगाने तथा पोस्टर बैनर पर प्रकाशक एवं मुद्रक का नाम पता एवं प्रकाशित सामग्री की सूचना अंकित नहीं करने के कारण तथा हाजी सैयद अमाद चिश्ती को बिना अनुमति निजी भवनों पर बहुजन समाज पार्टी के पोस्टर बैनर, झण्डे लगाने तथा पोस्टर बैनर पर प्रकाशक एवं मुद्रक का नाम पता एवं प्रकाशित सामग्री की सूचना अंकित नहीं करने के कारण नोटिस जारी किए गए हैं।
मसूदा के रिटर्निग अधिकारी पर्वत सिंह चूण्डावत ने बताया कि भाजपा अजमेर देहात के जिला मंत्री कैलाश गुर्जर को बेनर एवं अन्य चुनाव सामग्री हटाए जाने के दौरान जप्त की गई व उतारी गई इन पोस्टरों में पोस्टर नगरपालिका क्षेत्र में बहुत से स्थानोंं पर लगा होना पाया गया जिसको हटाया गया। जिसमें कथित रूप से उनका व अन्य राजनेताओं के फोटो सहित पोस्टर पाए गए जिसमें राजस्थान गौरव यात्रा का वर्णन पाया गया।
इस संबंध में कोई अनुमति प्राप्त नहीं किए जाने के कारण नोटिस जारी किया गया। कांग्रेस के युवा नेता रामदयाल गुर्जर को बैनर एवं अन्य चुनााव सामग्री हटाए जाने के दौरान जप्त की गई व उतारी गई इन पोस्टरों में पोस्टर नगरपालिका क्षेत्र में बहुत से स्थानोंं पर लगा होना पाया गया जिसको हटाया गया। जिसमें कथित रूप से उनका व अन्य राजनेताओं के फोटो सहित पोस्टर पाए गए जिसमें देवनारायण जयंति व वीर तेजा दशमी एवं गणेश चतुर्थी की हार्दिक बधाई का वर्णन पाया गया।
अनुमति प्राप्त नहीं की जाने से उन्हें नोटिस जारी किया गया। इसी प्रकार रामगढ़ भारतीय जनता पार्टी के मण्डल अध्यक्ष को ग्राम बाडी के माताजी मंदिर परिसर में भारतीय जनता पार्टी नवमतदाता अभिनन्दन समारोह का आयोजन करने के कारण नोटिस जारी किया गया है। यह कृत्य भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राजनीतिक दलों और अभ्यर्थियों के मार्गदर्शन के लिए आदर्श आचरण संहिता के दिशा निर्देशों के विपरित है।