जयपुर । राजस्थान निर्वाचन आयोग की ओर से स्कूली बच्चों को निर्वाचन प्रक्रिया से जोड़ने और उनकी भागीदारी बढाने के लिये 27 जुलाई को प्रदेश की सभी स्कूलों में निर्वाचन पाठ पढाया जायेगा।
राजस्थान के मुख्य निवा्रचन अधिकारी अश्विनी भगत ने आज यहां बताया कि आयोग के इंट्रेक्टिव स्कूल एगेंजमेंट (परस्पर संवादात्मक स्कूली वचनबद्धता) के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में प्रदेश के सभी सरकारी, निजी सैकंडरी और हायर सैकंडरी स्कूलों में निर्वाचन संबंधी सभी तरह की जानकारी उपलब्ध दी जायगी।
उन्होंने प्रदेश के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के चिन्हित विद्यालयों के छात्र-छात्राओं से सीधे संवाद करने के निर्देश दिये है। निर्देशों में कहा गया है कि यदि जिले में विद्यालयों की संख्या अधिक है तो शैक्षणिक संस्थानों के प्राचार्यों या व्याख्याताओं को प्रशिक्षित कर छात्र-छात्राओं से संवाद के लिए नियुक्ति किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भावी मतदाताओं को निर्वाचन तंत्र से जोड़ते हुए निर्वाचन प्रक्रिया के संबंध में उन्हे संवेदनशील बनाना है, ताकि 18 वर्ष की उम्र पूरी होते ही अपना नाम मतदाता सूची में दर्ज करवा सकें।
इसके तहत अधिकारी प्रजेंटेशन कार्ड, फलैशकार्ड, निर्वाचन से जुड़े कंप्यूटर गेम, शाॅर्ट फिल्म, फ्यूचर वोटर आॅफ इंडिया के बैजेज, हाउ टू रजिस्टर एंड वोट के ब्रोशर और मतदान से जुड़े पूछे जाने वाले प्रश्नों के साथ युवा मतदाताओं से रूबरू होंगे। उन्होंने बताया कि इस दौरान छात्र-छात्राओं के सामने ईवीएम और वीवीपेट से सम्बंधित आयोग की लघु फिल्मों का भी प्रदर्शन करवाया जाएगा।