जयपुर। राजस्थान में सहकारी संस्थाओं के चुनाव तीन चरणों में आयोजित किए जाएंगे। सहकारिता मंत्री, उदयलाल आंजना ने आज बताया कि राज्य में चुनाव दिसम्बर से जून माह तक सम्पन्न किए जाएंगे। उन्होने बताया कि तीन चरणों में लगभग 18 हजार सहकारी समितियों के चुनाव होंगे। जिसके द्वारा सहकारी समितियों के प्रतिनिधि चुने जाएंगे।
आंजना ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सहकारी संस्थाओं के चुनाव समय पर कराने के निर्देश दिए थे। उन्होंने बताया कि सहकारी संस्थाओं में चुनाव से लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण की भावना को और मजबूती मिलेगी।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण में दिसम्बर-जनवरी माह में प्राथमिक सहकारी समितियों यथा बुनकर समिति, हाऊसिंग, बचत साख , क्रय विक्रय समितियों की सदस्य समितियां, केन्द्रीय सहकारी बैंकों की सदस्य समितियों, प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भण्डार, नागरिक सहकारी बैंक सहित अन्य प्रकार की लगभग 1500 सहकारी समितियों के चुनाव सम्पन्न कराए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में फरवरी माह से प्रदेश की लगभग 6 हजार ग्राम सेवा सहकारी समितियों एवं क्रय विक्रय सहकारी समितियों के चुनाव प्रारम्भ किए जाएंगे। ग्राम सेवा सहकारी समितियों के चुनाव सम्पन्न होने के बाद केद्रीय सहकारी बैंकों, अपेक्स बैंक एवं राजफैड़ के चुनाव सम्पन्न होंगे। उन्होेंने बताया कि इसी अवधि के दौरान जिला सहकारी हॉलसेल भण्डार के चुनाव भी कराए जाएंगे।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि तृतीय चरण में मई माह में 10 हजार से अधिक प्राथमिक दुग्ध सहकारी समितियों के चुनाव सम्पन्न करवाये जाएंगे। इसके बाद जिला दुग्ध उत्पादक संघ एवं आरसीडीएफ के चुनाव भी सम्पन्न होंगे। उन्होंने बताया कि सहकारी निर्वाचन प्राधिकरण को चुनाव की तैयारियों के निर्देश दे दिए गए है।