इमामी सीमेंट लिमिटेड (इसीएल), जो पूर्वी भारत की प्रमुख सीमेंट निर्माण कंपनियों में से एक है, ने 12 अक्टूबर, 2018 को सेबी के यहां अपना डीआरएचपी दाखिल किया।
इसीएल ने अपने वाणिज्यिक परिचालनों के शुरूवाती दो वर्षों में 5.60 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (‘‘एमएमटीपीए’’) की निर्माण क्षमता स्थापित की। इस प्रकार, यह पूर्वी भारत में परिचालन करने वाली और इस तरह की उपलब्धि हासिल करने वाली सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में से एक बन गई। 30 जून, 2018 को समाप्त तिमाही में, सीमेंट की बिक्री के वाॅल्यूम की दृष्टि से, ईसीएल की बाजार हिस्सेदार 5 प्रतिशत थी, जबकि वित्त वर्ष 2018 में पूर्वी भारत (उत्तरी भारत सहित) में कुल स्थापित क्षमता की इसकी स्थापित सीमेंट निर्माण क्षमता 6 प्रतिशत हो गई।
(स्रोतः क्रिसिल रिपोट)। ईसीएल वर्तमान में तीन निर्माण संयंत्रों का परिचालन करती है और यह एक और संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में है, बशर्ते इस हेतु इसे आवश्यक स्वीकृतियां प्राप्त हो जायें। इस संयंत्र के निर्माण हो जाने के पश्चात, अप्रैल 2019 तक इसकी सीमेंट की कुल स्थापित क्षमता 9.30 एमएमटीपीए और क्लिंकर की कुल क्षमता 3.20 एमएमटीपीए हो जायेगी।
इसके आईपीओ आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में इमामी सीमेंट लिमिटेड (हमारी ‘‘कंपनी’’) के 10 रु. अंकित मूल्य वाले इक्विटी शेयर्स (‘‘इक्विटी शेयर्स’’) शामिल हैं, जिसका कुल मूल्य 10,000.00 मिलियन रु. (‘‘आॅफर’’), जिसमें कुल 5,000 मिलियन रु. तक के फ्रेश इश्यू शामिल हैं और 5,000.00 रु. मूल्य के आॅफर फाॅर सेल शामिल हैं।
आॅफर फाॅर सेल में डाॅ. राधेश्याम अग्रवाल के इक्विटी शेयर्स, डाॅ. राधेश्याम गोयनका के इक्विटी शेयर्स और आदित्य वर्द्धन अग्रवाल के इक्विटी शेयर्स, हर्ष वर्द्धन अग्रवाल के इक्विटी शेयर्स, भानू व्यापार प्राइवेट लिमिटेड के इक्विटी शेयर्स, दिवाकर विनियोग प्राइवेट लिमिटेड के इक्विटी शेयर्स, सनट्रैक काॅमर्स प्राइवेट लिमिटेड के इक्विटी शेयर्स (सामूहिक रूप से ‘‘प्रवर्तक विक्रेता शेयरधारक’’) और अन्य विक्रेता शेयरधारकों के इक्विटी शेयर्स (जिसे एतद् द्वारा और यहां के बाद परिभाषित किया गया है) (प्रवर्तक विक्रेता शेयरधारक के साथ-साथ, ‘‘विक्रेता शेयरधारक’’ और इस तरह के आॅफर, ‘‘आॅफर फाॅर सेल’’) शामिल हैं। इस आॅफर में पात्र कर्मचारियों द्वारा सब्सक्रिप्शन हेतु रिजर्वेशन शामिल है (जैसा कि एतद् द्वारा और यहां के बाद परिभाषित किया गया है जो कंपनी के पोस्ट-आॅफर इक्विटी शेयर पूंजी के 5 प्रतिशत से अधिक नहीं होगा)।
कंपनी फ्रेश इश्यू के जरिए जुटाई गई कुल आय को अग्रलिखित कार्यों हेतु उपयोग करने का प्रस्ताव करती हैंः (1) कुछ कर्जे की चुकौती और/या पूर्व-भुगतान (4,000 मिलियन रु.); और (2) सामान्य काॅर्पोरेट उद्देश्य।
आईआईएफएल होल्डिंग्स लिमिटेड, एक्सि कैपिटल लिमिटेड, सीएलएसए इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एडेलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी ऐंड सिक्योरिटीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड, बुक रनिंग लीड मैनेजर्स हैं। इक्विटी शेयर्स, बीएसई और एनएसई पर सूचीबद्ध किये जाने के लिए प्रस्तावित हैं।
इमामी सीमेंट लिमिटेड के विषय में
इमामी सीमेंट लिमिटेड (ईसीएल), पूर्वी भारत की प्रमुख सीमेंट निर्माता कंपनियों में शामिल है। (स्रोतः क्रिसिल रिपोर्ट) ईसीएल ने अपने वाणिज्यिक परिचालनों के दो वर्षों में 5.60 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (‘‘एमएमटीपीए’’) की निर्माण क्षमता स्थापित की। इस प्रकार, यह पूर्वी भारत में परिचालन करने वाली और इस तरह की उपलब्धि हासिल करने वाली सबसे तेजी से बढ़ने वाली कंपनियों में से एक बन गई।
30 जून, 2018 को समाप्त तिमाही में, सीमेंट की बिक्री के वाॅल्यूम की दृष्टि से, ईसीएल की बाजार हिस्सेदार 5 प्रतिशत थी, जबकि वित्त वर्ष 2018 में पूर्वी भारत (उत्तरी भारत सहित) में कुल स्थापित क्षमता की इसकी स्थापित सीमेंट निर्माण क्षमता 6 प्रतिशत हो गई। (स्रोतः क्रिसिल रिपोट)। ईसीएल वर्तमान में तीन निर्माण संयंत्रों का परिचालन करती है और यह एक और संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में है, बशर्ते इस हेतु इसे आवश्यक स्वीकृतियां प्राप्त हो जायें। इस संयंत्र के निर्माण हो जाने के पश्चात, अप्रैल 2019 तक इसकी सीमेंट की कुल स्थापित क्षमता 9.30 एमएमटीपीए और क्लिंकर की कुल क्षमता 3.20 एमएमटीपीए हो जायेगी।
ईसीएल का एकीकृत सीमेंट निर्माण संयंत्र छत्तीसगढ़ के रिसड़ा में है, जिसके क्लिंकर की स्थापित क्षमता 3.20 एमएमटीपीए और सीमेंट की स्थापित क्षमता 2.50 एमएमटीपीए है (‘‘रिसड़ा निर्माण संयंत्र’’)। उन्होंने इस संयंत्र में दिसंबर 2016 में वाणिज्यिक उत्पादन शुरू किया।
हमारा अन्य परिचालनरत संयंत्र सीमेंट ग्रिंडिंग संयंत्र है जो पश्चिम बंगाल के पनागढ़ में स्थित है, जिसकी स्थापित क्षमता 2.50 एमएमटीपीए है (जिसे वर्तमान में 2.00 एमएमटीपीए तक के उत्पादन हेतु स्वीकृति प्राप्त है(‘‘पनागढ़ निर्माण संयंत्र’’) और इसने दिसंबर 2017 में इस संयंत्र में वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया। सितंबर 2018 में, ईसीएल ने भभुआ, बिहार में 0.60 एमएमटीपीए की स्थापित क्षमता की सीमेंट ग्रिंडिंग इकाई का अधिग्रहण किया (‘‘भभुआ निर्माण संयंत्र’’) और यह वर्तमान में अपनी स्थापित क्षमता को बढ़ाकर 1.80 एमएमटीपीए करने की प्रक्रिया में है।
ईसीएल ने सितंबर 2018 में इस संयंत्र में वाणिज्यिक उत्पादन शुरू किया और इसकी योजना मार्च 2019 तक इसकी क्षमता बढ़ाकर 1.80 एमएमटीपीए करने की है। ईसीएल अभी कलींगनगर, उड़ीसा में सीमेंट ग्रिंडिंग संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में है, जिसकी स्थापित क्षमता 2.50 एमएमटीपीए है और इसके लिए अभी आवश्यक स्वीकृति प्राप्त होनी हैं। ईसीएल को अप्रैल 2019 तक इस संयंत्र के वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने की उम्मीद है। (‘‘कलींगनगर निर्माण संयंत्र’’)।