लखनऊ । उत्तर प्रदेश के राज्य कर्मचारियों और शिक्षकों की बुधवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हुई बैठक के बाद प्रस्तावित तीन दिवसीय हड़ताल समाप्त कर दी है।
आधिकारिक सूत्रोंं ने यहां बताया कि मंगलवार की शाम को अधिकारियों और आंदोलित कर्मचारियों के बीच हुई बातचीत के बाद बुधवार सुबह आठ बजे श्री योगी ने एक बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों को इस मुद्दे को हल करने के लिये एक उच्च स्तरीय समिति बनाने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा कि समिति दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी।
कर्मचारियों के नेताओं ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ हुई बातचीत सफल रही। हालांकि, आज दोपहर दो बजे राज्य सचिवालय परिसर में होने वाली सामान्य बैठक के दौरान कर्मचारियों द्वारा इस बारे में निर्णय लिया जाएगा। पिछले कई महिनों से राज्य के 15 लाख कर्मचारी और शिक्षक पुरानी पेंशन याेजना को शुरू किये जाने की मांग कर रहे हैं।
पेंशन बहाली मंच के संयोजक हरिकिशोर तिवारी ने बुधवार को यहां बताया कि शासन के वरिष्ठ अधिकारियों से हड़ताल को लेकर बातचीत हुई थी। सुबह मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि इसके लिये एक विशेष समिति का गठन किया जायेगा। समिति दो महीने में अपनी रिपोर्ट देगी। समिति में केंद्र सरकार के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। कर्मचारी नेताओं का मानना है कि पुरानी पेंशन को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद अब जल्द ही कुछ समाधान निकल सकता है।
यूनियन के नेताओ ने मंगलवार को मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडे और मुख्य सचिव प्रशासन मुकुल सिंघल से मुलाकात की थी। श्री तिवारी ने कहा कि मौजूदा पेंशन योजना के तहत, प्रत्येक कर्मचारी की पेंशन का हिस्सा शेयर बाजार में निवेश किया जाएगा, इस प्रस्ताव का कर्मचारियों ने विरोध किया था। उन्होने कहा कि यह नई योजना लागू होने के 13 साल बाद यह बात सामने आ रही है। लेकिन आज तक हमारे पैसे को हमारे खातों में स्थानांतरित नही किये गये और न ही इसे कहीं निवेश किया गया है। हमें इस नई प्रणाली में कोई भरोसा नहीं है।