बारां। राजस्थान में बारां जिले के हरनावदाशाहजी थाना क्षेत्र में रोजगार सहायक की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया है।
पुलिस अधीक्षक रवि ने इस पूरी घटना का खुलासा करते हुए आज बताया कि चार वर्ष पूर्व रामस्वरुप नाबालिगा को बहला फुसलाकर भगा ले गया था, जिस मामले में उसे 10 वर्ष के कारावास की सजा हुई थी, बाद में वह ढाई साल बाद जमानत पर छूट कर आया।
जेल से बाहर आने के बाद रामस्वरुप लोधा ने पुनः उस लड़की से सम्पर्क करना चाहा, लेकिन लड़की ने उसे कोई तवज्जो नहीं दी। इस पर उसे शक हुआ कि वह रोजगार सहायक दौलतराम के सम्पर्क मैं है, लिहाजा उसने दौलतराम को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
उन्होंने बताया कि उसने लड़की की प्रोफाइल बनाकर वाट्सएप पर दौलतराम से चैटिंग की और उसे झांसा देकर 22 अक्टूबर को सालर खो के जंगल में बुलाया जहां उसने साथियों की मदद से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और उसकी शिनाख्त छुपाने के लिये शव तेजाब से जलाने का प्रयास किया।
रवि ने बताया कि इस मामले में मुख्य आरोपी रामस्वरुप लोधा (25), नवल लोधा (20) विशाल लोधा (19) नरेश (21) को गिरफ्तार किया गया जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया।
अपहर्त युवक को 24 घण्टे में किया मुक्त, 4 अरेस्ट
बारां जिले के बापचा थाना पुलिस ने अपहर्त युवक को 24 घण्टे में मुक्त करवाकर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि मनोज निवासी नियमतपुर ने रिपोर्ट दी थी कि उनके जीजा बनवारी बैथली डेम से सुबह फ्रैश होकर आ रहे थे।
बद्रीलाल, बनवारी, विनोद एवं मोरबाई ने गालीगलौच करते हुए मारपीट कर मेरे जीजा बनवारीलाल को झगडा देने की बात पर उठाकर ले गयें। रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज कर अपहर्त युवक की तलाश शुरू की गई।
पुलिस अधीक्षक बारां डा. रवि ने वृताधिकारी छबडा, थानाधिकारी बापचा को अपहर्त युवक की शीघ्र वापसी के लिए निर्देश दिए गए। इस पर टीमें गठित की गयी तथा अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी गई।
तकनीकी अनुसंधान के आधार पर अपहर्त युवक बनवारी निवासी छीपाबडौद हाल कोटा को 24 घण्टे से भी कम समय में बकानी थाना मृगवास जिला गुना मध्यप्रदेश से सकुशल दस्तयाब किया जाकर बद्रीलाल, बनवारी, विनोद, एवं मोरबाई पत्नी छीतरलाल को गिरफ्तार किया गया है।