मुंबई। बाॅलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी के पति एवं एक व्यवसायी राज कुंद्रा से 2000 करोड़ रुपए के बिट कॉइन घोटाला मामले में मंगलवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपने कार्यालय में तकरीबन एक घंटे तक पूछताछ की।
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों के अनुसार इस मामले की कुछ कडियां राज कुंद्रा से जुड़ी हुयी हैं जिसके लिए उनका बयान दर्ज किया गया और सरकार द्वारा घोषित अवैध व्यापार में उनकी भूमिका को लेकर सवाल पूछे गए।
इस मामले के मुख्य आरोपी अमित भारद्वाज और आठ अन्य लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। बिट काॅइन के जरिए कुछ देशों में लोग कारोबार करते हैं लेकिन देश में यह वैध नहीं है।
अमित की वेबसाइट और उसकी बिट काॅइन योजना का प्रमोशन राज कुंद्रा समेत बॉलीवुड के कई अन्य सितारे कर रहे थे। गिरफ्तार होने के बाद पुलिस पूछताछ में अमित ने राज कुंद्रा का नाम लिया था। जिसके बाद मंगलवार को राज कुंद्रा से पूछताछ की गई है।
बिट कॉइन की शुरुआत जनवरी 2009 में हुई थी। इस वर्चुअल करेंसी का इस्तेमाल कर दुनिया के किसी कोने में किसी व्यक्ति को पेमेंट किया जा सकता है और सबसे खास बात यह है कि इस भुगतान के लिए किसी बैंक को माध्यम बनाने की भी जरूरत नहीं पड़ती।
अमित ने निवेशकों को योजनाबद्ध तरीके से चूना लगाया था। उसने बिट कॉयन खरीदने पर निवेशकों को ज्यादा फायदा देने का वादा किया था।
पुलिस का कहना है कि अमित ने निवेशकों को इसके बदले में कभी लाभ नहीं दिया और देश छोड़कर भाग गया। अमित ने दिल्ली के शालीमार बाग से बिट कॉइन ऑपरेशन शुरू किया था। इसके बाद चीन और हांगकांग तक अपना नेटवर्क फैला लिया था।
अमित ने मुंबई, पुणे, नांदेड़, कोल्हापुर और महाराष्ट्र के अन्य शहरों के निवेशकों को चूना लगाया था। उसके खिलाफ पुणे में तीन, निगड़ी में दो और दत्तावाड़ी में एक मामला दर्ज है। जिसके बाद वह भाग कर दुबई चला गया था। वहां से वह बीमारी का ‘बहाना’ बनाकर बैंकॉक भाग गया था।
अमित के देश छोड़ने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की मुंबई शाखा ने अमित के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया। जिसके बाद उसे बैंकॉक से गिरफ्तार किया गया था।
पुणे के निगड़ी के भीमसेन बाबूराम अग्रवाल ने गेन बिटकॉयन में 93.5 बिट कॉइन के लिए एक करोड़ रुपए का निवेश किया था। उन्होंने गेन बिटकॉयन के निदेशकों अमित और अजय भारद्वाज समेत छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।