लंदन। इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज़ एलेक्स हेल्स ने (काले रंग से ढके हुए चेहरे) ब्लैकफ़ेस में उनकी तस्वीरों के प्रकाशन के बाद माफ़ी मांगी है। इन तस्वीरों के सामने आने के बाद नॉटिंघमशायर ने जांच का आदेश दे दिया है।
सन अख़बार में इंग्लिश क्रिकेट में नस्ल और भेदभाव के विषय पर चल रही गणना में एक और खुलासे के बाद हेल्स ने कहा कि 2009 में एक फ़ैंसी ड्रेस पार्टी में रैपर टुपैक शकूर के रूप में प्रस्तुत करना अविश्वसनीय रूप से अपमानजनक था। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने जीवन के बाक़ी समय तक इस बात का पछतावा रहेगा।
हेल्स ने एक बयान में कहा कि पार्टी का विषय संगीतकार था और टुपैक मेरा पसंदीदा संगीतकार था, और हमेशा रहेगा, इसलिए मैं उसके रूप में गया। मैं स्पष्ट रूप से महसूस करता हूं कि यह अपमानजनक था और मैं उन सभी लोगों से माफ़ी मांगना चाहता हूं जिन्हें इस बात से ठेस पहुंची है। यह मेरी ओर से लापरवाह और मूर्खतापूर्ण था, इसलिए मैं माफ़ी मांगना चाहता हूं। साथ ही मैं क्लब को पहुंचने वाली शर्मिंदगी के लिए भी क्षमा मांगता हूं।
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने अपनी किशोरावस्था में बहुत लापरवाह ग़लतियां की थी जिसकी क़ीमत मुझे चुकानी पड़ी। साथ ही उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने परिवार को, टीम के साथियों को, दोस्तों को, और क़रीबी रिश्तों को निराश किया था।
हेल्स ने बयान में आगे बताया कि उन फ़ैसलों में से कुछ के लिए मुझे जीवन भर पछतावा रहेगा। पिछले कुछ वर्षों में चकाचौंध से थोड़ा दूर रहने से मुझे एक इंसान के रूप में ख़ुद को बेहतर बनाने का मौक़ा मिला है। मैं क्रिकेट के साथ-साथ मैदान से बाहर भी बेहतर होते जा रहा हूं और मैं इसे करने का प्रयास जारी रखूंगा।
इससे पहले, डिजिटल, संस्कृति, मीडिया और खेल चयन समिति के सामने अज़ीम रफ़ीक़ की गवाही में हेल्स का नाम शामिल था। रफ़ीक़ ने कहा था कि इंग्लैंड टीम में हेल्स के साथ गैरी बैलेंस अश्वेत लोगों का वर्णन करने के लिए ‘केविन’ शब्द का इस्तेमाल करते थे। रफीक ने इसे इंग्लैंड के ड्रेसिंग रूम में एक खुला रहस्य बताया और आरोप लगाया कि हेल्स ने बाद में अपने कुत्ते का नाम ‘केविन’ रखा क्योंकि वह काला था।
हेल्स की काउंटी नॉटिंघमशायर ने अतीत में उनके व्यवहार की जांच का विस्तार करते हुए उन तस्वीरों को उसमें शामिल कर दिया है। 32 वर्षीय हेल्स 2019 विश्व कप से पहले दूसरी बार ड्रग टेस्ट में पॉज़िटिव पाए जाने के निलंबन बाद से इंग्लैंड के लिए नहीं खेले हैं।