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एक अनमोल रिश्ता – कच्चे धागे से बंधी दिल से दिल की अटूट डोर

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एक अनमोल रिश्ता – कच्चे धागे से बंधी दिल से दिल की अटूट डोर
1.🌹🌹राखी 🌹🌹
कच्चे धागे से बंधी दिल
से दिल की अटूट डोर
एक अनमोल रिश्ता !
राखी हमेशा सुरक्षा और
 प्यार एहसास करता !
कुछ भी हो भाई बहन
 के लिए !
राखी बहन भाई के लिए चाह के भी ना छूटे ऐसा रिश्ता!
राखी प्यारा सा बन्धन !
बंधी हाथ पर असर दिलो पे हो !
राखी रिशता जो जितना पुराना हो उतना गहराए!
राखी का रिश्ता जैसे कांटो बीच गुलाब रहे महफूज !❤🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
2
रिश्ते धागे कच्चे रेशम के
मत तौड़ों चट्काय !
टूटे तै फिर न जूड़े!
जुडे गांठ पड़ जाए
सुहागन नही अभागन हूं मैं!
पिता पाति दिया खोए !
जो न है रोए से कछु न होए!
जो है  रिश्ता सो जीए जी भर !
आज है जो कल नही !
कल की सोच बिरानी!
आज सो खास है!
काल करे आज कर !
आज करे सो अब
जग से प्रलय होएगी फेर करेगे कब!
रिश्तो के लिए कल बांट बिरानी!
सब शुभ कार्य मे होए पूछ सुहागन की!
राखी आए करवे से पहले!भाई दूज करवे के बाद !
काजल बिन्दी चूड़ी कंगन !
रगं गए जीवन से !
 इक जीवन साथी आए विवाह के बाद!
इक  जीवन साथी  मिले जन्म
साथ !
पात्नि के सब रंग गए!
राखी का रंग चले चिता तक संग!
राखी और भाई दूज भरे जीवन से रगों ख़ुशिया!
आई राखी लगा लो मेहन्दी!
करो साजो श्रिंगार !
लें पूजा की थाली!
कच्चे धागे से बांधे दुनिया सारी !
भाई बहन के आगे रिश्ता नही!
झूठी दुनिया दारी!
Anita panchal