एटा। उत्तर प्रदेश की एटा पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो शादी शुदा जोड़ों को निशाना बनाकर लूटपाट करने के साथ उनकी महिलाओं के सामूहिक बलात्कार की घटनाओं को अंजाम देता था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई ने मंगलवार को बताया कि कासगंज जिले में चार जुलाई को कासगंज अमापुर बाईपास पर पति के साथ जा रही एक महिला को गिरोह के बदमाशों ने टारगेट कर उसे अपनी गाड़ी में डाल लिया और महिला के चेहरे में मैथा आयल स्प्रे कर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया।
इस घटना में गिरफ्तार आरोपी अनिल और इसकर साथी मुकेश और राम अवतार शामिल था। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कासगंज की घटना में शामिल आरोपी अनिल और शीलेन्द्र यादव को सुन्ना के जंगल में निर्माणाधीन मकान में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों के कब्जे से दो तमंचे, कुछ कारतूस, लूट के 5000 रुपए, एक प्लास्टिक की बोतल में भरा मैथा आयल और घटना में प्रयुक्त कार बरामद की। मैथा आयल का इस्तेमाल ये चेहरे पर स्प्रे करने के लिए करते थे जिससे दिखाई देना बंद हो जाता था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कासंगज की घटना के बाद इन बदमाशों ने अपने फरार साथी लालू उर्फ सत्येंद्र के साथ पांच जुलाई को मैनपुरी में नवीन मंडी के पास से मोटरसाईकल पर जा रहे पति-पत्नी को ओवरटेक कर लूटपाट की और तमंचे के बल पर महिला को अपनी गाड़ी में डाल लिया था।
लुटेरों ने महिला का पर्स, कुंडल, जंजीर, चांदी की पाजेब और 15000 रुपए लूटने बाद उसके साथ बलात्कार किया था। बाद में वे महिला को एटा बस स्टैंड पर छोड़ भाग गए थे।
उन्होंने बताया कि 10 मई को इसी गिरोह ने एटा के बागवाला इलाके में नहर पर खड़े एक व्यक्ति को कार में बैठकार तमंचे के बल पर 3500 रुपए लूट लिए थे और रास्ते में उतार कर भाग गए थे। इस गिरोह पर एटा, कासगंज, मैनपुरी में सात मुकदमे दर्ज हैं।
ममगाई ने बताया कि खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एडीजी जोन आगरा की ओर से 50 हजार रुपए, डीआईजी अलीगढ़ की ओर से 25 हजार और स्वयं उनकी ओर से 15 हजार कुल 90 हजार रुपए का इनाम दिया हैं। गिरफ्तार बदमाशों को अदालत में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। पुलिस गिरोह के फरार लोगों की तलाश कर रही है।