अजमेर। नवसंवत्सर की पूर्व संध्या पर शुक्रवार शाम आनासागर झील के किनारे जेटी पर दीप यज्ञ, रंगोली तथा झांकियों के जरिए हिन्दू नववर्ष का भव्य स्वागत किया गया। शास्त्रीय संगीत की मधुर धुनों के बीच बजती शहनाई ने माहौल को आनंद से भर दिया।
नस संवत्सर समारोह समिति अजमेर के तत्वावधान में राष्ट्र सेविका समिति की ओर से आयोजित दीपयज्ञ से झील के किनारे जगमगा उठे। माताओं, बहनों तथा आगंतुकों ने अपनी तरफ से दीप प्रज्वलित कर नववर्ष के आगमन पर खुशी जताई और मंगल गीत गाए गए।
गायत्री परिवार के बलबीर सिंह, ललित कुमार तथा सहयोगियों के सान्निध्य में गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र तथा युग परिवर्तन के लिए महाकाल का आहवान किया गया। भजनों से सजी शाम के बीच लगते जयकारों हर कोई नववर्ष के स्वागत का आतुर नजर आया।
झांकियों पर ठहर गई हर नजर
डॉ हेडगेवार स्मृति सेवा प्रंन्यास के सहयोग से हुए इस आयोजन के दौरान भारत के विभिन्न प्रांतों की वेशभूषा को दर्शाने के लिए राष्ट्रीय सेविका समिति की ओर से खास तौर पर सजाई गई झांकी देखते ही बनती थी। नवरात्र के उपलक्ष्य में माता के नौ रूप धारण किए नन्हीं बच्चियों ने सभी का ध्यान आकृष्ट किया। राजस्थान की पारंपरिक ईसर गणगौर की झांकी ने मन मोह लिया। नन्हें बच्चों ने कई तरह के स्वांग रचे।
ईसर गणगौर झांकी में यथार्थ, एकांक्ष, खुशी, नृतिका, वैदिक, प्रभुति ने चंद्रमा, सूरज, गोरा माता के भाई कनवा, ईसर और गौरा माता के स्वांग रचे। इसी तरह नवरात्र की गुजराती झांकी में दिखाए गए माता के नौ रूपों में अनाया बसंल, परी, आध्या, शिव्या, आश्त्विक, भव्या, नेहा गोयल की मुख्य भूमिका रही।
कार्यक्रम के दौरान ये भी रहे मौजूद
दीप यज्ञ कार्यक्रम में आमजन ने भागीदारी कर नववर्ष की पूर्व संध्या का भरपूर आनंद लिया। इस मौके पर पुरुषोत्तम परांजपे, प्रतिमा परांपये, मोहन लाल खंडेलवाल, जगदीश राणा, सुनील दत्त जैन, सोमरत्न आर्य, वीरेन्द्र शर्मा, प्रदीप शर्मा, सूरज बागडी, राजेन्द्र लालवानी, एडवोकेट बबीता टांक समेत बडी संख्या में गणमान्यजन मौजूद रहे।