नई दिल्ली। फिल्म अभिनेता और बच्चों के लिए काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की संस्था यूनिसेफ की गुडविल एम्बेसडर प्रियंका चोपड़ा ने कहा कि हर महिला को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना चाहिए।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय तथा ‘पार्टनर्शिप फॉर मेटर्नल, न्यूबॉर्न एंड चाइल्ड हेल्थ’ द्वारा गुरुवार से आयोजित हो रही दो दिवसीय बैठक ‘पार्टनर्स फोरम’ के बारे में जानकारी देने के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एक परिचर्चा के दौरान प्रियंका ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि हर महिला को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना चाहिए। हमें लड़कियों को बचपन से ही महत्व देना शुरू करना होगा। उन्हें लड़कों के समान अवसर नहीं मिलते। उन्होंने यह भी कहा कि लड़कियों को हर बात पर रोकने-टोकने की बजाय हर मां का यह भी कर्तव्य है कि वह अपने बेटों को लड़कियों को बराबरी की नजर से देखने और सम्मान देने की सीख दे।
बॉलीवुड अभिनेत्री ने कहा कि सबसे पहले परिवार के स्तर पर और इसके बाद स्कूल के स्तर पर सोच बदलने की जरूरत है। मेरी मां यहां पर है तथा मैं सौभाग्यशाली हूं कि मुझे कभी यह नहीं कहा गया कि मैं लड़की हूं और इसलिए यह नहीं कर सकती, वह नहीं कर सकती। उन्होंने कहा माता-पिता के बाद स्कूल और अध्यापकों की भूमिका होती है। हमें बस थोड़ा सा प्रोत्साहन चाहिए, थोड़ा समर्थन चाहिए।
प्रियंका ने कहा कि वह यूनिसेफ की वैश्विक सद्भावना राजदूत के रूप में कई देशों में घूम चुकी हैं और यह देखकर खुशी है कि भेदभाव के बावजूद बालिकाओं में दृढ़ता है। दुनिया में बालिकाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए यह जरूरी है कि भारत में भी उन्हें समान अधिकार मिले, क्योंकि दुनिया की आबादी का बड़ा हिस्सा भारत में है।