महोबा। उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में लोकसभा के चौथे चरण के मतदान के उपरांत गायब एक ईवीएम मशीन का कंट्रोलर 15 घंटे की सघन खोजबीन के बाद बरामद कर लिया गया।
ईवीएम मशीन का कंट्रोलर मिल जाने से जिला प्रशासन ने मामले में राहत की सांस ली है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रकरण में लापरवाही बरतने वाली पोलिंग पार्टी के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए है।
जिलाधिकारी सहदेव ने मंगलवार को यहां बताया कि पनवाड़ी विकास खंड के नोगांव फदना गांव में मतदान केंद्र संख्या 92 के पोलिंग बूथ 127 की ईवीएम की गुमशुदा कंट्रोल यूनिट खोजबीन के उपरांत यात्री प्रतीक्षालय के निकट लावारिस अवस्था में पड़ी हुई बरामद की गई। कंट्रोलर सील्ड पूर्णतया सुरक्षित पाया गया है।
आईटी विशेषज्ञों से भी उसकी जांच करा ली गई है। इस मामले में आवश्यक जांच कराए जाने के निर्देश दिए गए है। प्रकरण में प्रथमदृष्टया पोलिंग पार्टी की लापरवाही साबित होने पर बूथ के पीठासीन अधिकारी कमलेश कुमार समेत अन्य सभी कर्मचारियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई किए जाने को कहा गया है।
गौरतलब है कि जिले में सम्पन्न हुए चौथे चरण के मतदान के उपरांत वापस लौटी पोलिंग पार्टियों द्वारा महोबा के राजकीय पालीटेक्निक कालेज में ईवीएम मशीने व निर्वाचन सामग्री जमा कराए जाने के समय एक ईवीएम का डाटा सेवर व कंट्रोलर के गायब होने का मामला प्रकाश में आया था। इस खबर के फैलते ही हड़कम्प मच गया था।
घटना की जिम्मेवार पोलिंग पार्टी को पुलिस हिरासत में लेकर गुमशुदा कंट्रोलर की संबंधित इलाके में सघन खोजबीन शुरू की गई थी। फदना गांव के एक एक घर में पूरी रात तलाशी अभियान चलाकर उक्त उपकरण की बरामदगी का प्रयास किया गया था। कोई सफलता नहीं मिली।
अपर पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह ने बताया कि आज सुबह जिलाधिकारी सहदेव और पुलिस अधीक्षक स्वामीनाथ के निर्देशन में पनवाड़ी क्षेत्र में फिर से ईवीएम कंट्रोलर खोजने का अभियान चलाया गया।
आसपास के गांवों में इसकी मुनादी भी कराई गई और कंट्रोलर खोजकर लाने वाले को दस हजार रुपए का पुरुस्कार दिए जाने का भी एलान किया गया। यात्री प्रतीक्षालय के पास कंट्रोलर की बरामदगी ने प्रशासन को राहत प्रदान की है। माना जा रहा है कि पोलिंग पार्टी की लापरवाही के चलते ईवीएम कंट्रोलर मौके पर छूट गया।