भोपाल। भारतीय जनता पार्टी की मध्यप्रदेश इकाई की ओर से वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव को आज सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता (नेता प्रतिपक्ष) चुन लिया गया।
केंद्र की ओर से पर्यवेक्षक के तौर पर भेजे गए केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा विधायक दल की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधायक दल की बैठक में विधायक दल के नेता के तौर पर भार्गव का नाम प्रस्तावित किया। पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा और विधायक कुंवर सिंह ने इसका समर्थन किया।
उन्होंने बताया कि चुनाव समिति से नाम प्रस्तावित होते ही सभी विधायकों ने ध्वनिमत से इसका समर्थन किया। कोई अन्य नाम नहीं सामने आने के बाद भार्गव को निर्वाचित घोषित कर दिया गया। सिंह ने भार्गव को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि वे विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सक्षम और प्रभावी तरीके से काम करेंगे।
रहली से आठ बार के विधायक भार्गव प्रदेश में भाजपा के पिछले 15 साल के कार्यकाल में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, कृषि, राजस्व, सहकारिता, सामाजिक न्याय उवं नि:शक्तजन कल्याण मंत्रालय संभाल चुके हैं।
नेता प्रतिपक्ष के चयन के लिए पार्टी विधायक दल की आज शाम बैठक रखी गई थी। इसमें पर्यवेक्षक के तौर पर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राकेश सिंह शामिल हुए थे। इसी बैठक में भार्गव के नाम पर नेता प्रतिपक्ष के तौर पर मुहर लगाई गई।