अगरतला। त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव ने राज्यसभा की रिक्त सीट के उपचुनाव के लिए सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया। राज्य में राज्यसभा की इकलौती सीट तीन महीने पहले राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री डा मानिक साहा के इस्तीफे के चलते रिक्त हुई थी। डा साहा ने मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था।
विधानसभा सचिव के समक्ष पर्चा प्रस्तुत करने के समय देव के साथ मुख्यमंत्री डा साहा, उपमुख्यमंत्री जिशनू देव वर्मा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजिब भट्टाचारजी, कैबिनेट मंत्री और विधायक मौजूद थे। राज्यसभा उपचुनाव में इस सीट के लिए मतदान 22 सितंबर को होगा।
नामांकन दाखिल करने के बाद देव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा निर्देशन में त्रिपुरा में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार जनकल्याण के लिए काम कर रही है। पिछले साढ़े चार सालों में त्रिपुरा में विकास का ग्राफ देश के अन्य बड़े और विकसित राज्यों की तुलना में तेजी से बढ़ा है।
उन्होने कहा कि मै दावे के साथ कहता हूं कि त्रिपुरा की जनता सीपीआई एम और कांग्रेस को 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में एक बार फिर हार का मुंह दिखलाएगी क्योंकि इन दोनों दलों के उत्पीड़न का शिकार राज्य की जनता हुई है।
उस समय निष्पक्षता और पारदर्शिता का सर्वथा अभाव था। सरकार की योजनाओ का लाभ सिर्फ दोनो दलों के कार्यकर्ताओं को मिलता था और यही कारण था कि पिछले पांच दशकों में यह राज्य गरीबी के दंश से नहीं उबर सका मगर भाजपा सरकार ने सरकारी तंत्र में पारदर्शिता के जरिये सरकार की योजनाओ को जन जन तक पहुंचाया और पूर्वाेत्तर राज्य विकास के पथ पर बढ चला है।