नई दिल्ली। बहुजन समाज पार्टी के निष्कासित नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने गुरुवार को कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष राज बब्बर और पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की मौजूदगी में कांग्रेस का हाथ थाम लिया। साथ ही उन्होंने अपने राजनीतिक संगठन राष्ट्रीय बहुजन मोर्चा का पार्टी में विलय कर दिया।
एक समय मायावती के करीबी रहे सिद्दीकी के साथ बसपा नेता ओपी सिंह, लियाकत अली, अच्छे लाल निषाद, अरशद खान, बेगम हुस्ना सिद्दीकी, रघुनाथ प्रसाद, अनिल अवाना और कुछ अन्य नेता भी कांग्रेस में शामिल हो गए।
कांग्रेस के उत्तर प्रदेश प्रभारी आजाद ने संवाददाताओं से कहा कि हम सभी नेताओं का स्वागत करते हैं और कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए धन्यवाद देते हैं। यह संकेत है कि जमीनी हालात बदल रहे हैं और कांग्रेस का भविष्य उज्जवल है।
उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में अन्य पार्टियों के लोग कांग्रेस से जुड़ना चाहते हैं और उनके साथ काम करना चाहते हैं। आजाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से देश में सबसे मजबूत पार्टी बनकर उभरेगी। आज मैं दिल से सभी सदस्यों का कांग्रेस पार्टी में स्वागत करता हूं।
उन्होंने कहा कि वे सभी सदस्य जो पार्टी में शामिल हुए हैं, जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूती और समर्थन देंगे। मेरा मानना है कि उनके शामिल होने से पार्टी को आगे मजबूती मिलेगी।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने 10 मई को सिद्दीकी और उनके बेटे अफजल को पार्टी से बाहर कर दिया था। इसके बाद सिद्दीकी ने चार बार की मुख्यमंत्री के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने मायावती पर उनसे 50 करोड़ रुपए मांगने का भी आरोप लगाया था। उन्होंने मायावती के साथ टेलीफोन बातचीत के कुछ ऑडियो टेप भी जारी किए थे।