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गुजरात में अति भारी वर्षा का दौर जारी, बाढ़ग्रस्त वडोदरा में फिर से अलर्ट - Sabguru News
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गुजरात में अति भारी वर्षा का दौर जारी, बाढ़ग्रस्त वडोदरा में फिर से अलर्ट

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गुजरात में अति भारी वर्षा का दौर जारी, बाढ़ग्रस्त वडोदरा में फिर से अलर्ट

वडोदरा/गांधीनगर। गुजरात में जारी भारी से अति भारी वर्षा के दौर क बीच शनिवार को आणंद जिले के खंभात में 371 मिलीमीटर बरसात हुई जबकि बाढ़ ग्रस्त वडोदरा शहर में स्थिति में सुधार के बीच लगभग ढाई ईंच (69 मिमी) वर्षा होने और मौसम विभाग की ओर से आगामी 36 घंटे में भारी वर्षा की चेतावनी जारी किए जाने के मद्देनजर प्रशासन ने फिर से एहतियाती अलर्ट जारी किया है।

राज्य में शनिवार सुबह छह बजे समाप्त हुए 24 घंटे के दौरान 33 जिलों के 174 तालुका में हुई वर्षा (सर्वाधिक 269 मिमी सूरत के मांगरोल तालुका में) और तब से आज दोपहर बाद चार बजे तक 135 और तालुका में वर्षा हुई है इसमें सर्वाधिक खंभात में 371 मिमी है। सूरत के ओलपाड में 308 मिमी, उमरपाडा में 219, वलसाड के धरमपुर में 153 , भरूच के हंसोट में 145, वापी में 140 मिमी और सूरत शहर में 126 मिमी वर्षा हुई है। राज्य में कुल मानसूनी वर्षा का 53 प्रतिशत से अधिक अब तक हो चुका है।

वर्षा के कारण कई स्थानों पर सड़क यातायात बाधित हुआ है। औरंगा, पूर्णा, कोलक, विश्वामित्री और अंबिका आदि नदियाें में उफान आने से आसपास के गांवों को सतर्क किया गया है। वैसे बरसात के कारण राज्य के जलाशयों में जल संग्रह की स्थिति में सुधार भी हुआ है और आज सुबह तक सभी 204 जलाशयों का कुल संग्रह क्षमता के 31 प्रतिशत से ऊपर पहुंच गया था।

इस बीच, वडोदरा में वर्षा होने और चेतावनी के बीच जिला प्रशासन ने फिर से एहतियाती अलर्ट जारी किया है। कलेक्टर शालिनी अग्रवाल ने बताया कि लोगों को एहतियाती सतर्कता के बारे में अलर्ट किया गया है। हालांकि भयभीत होने की जरूरत नहीं है क्योंकि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह तैयार और किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम है। एनडीआएफ की टीमे अब भी शहर में मौजूद हैं।

ज्ञातव्य है कि गत 31 जुलाई को एक ही दिन में 499 मिमी वर्षा के कारण वडोदरा में बाढ़ आ गयी थी। लगभग 9 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। वर्षा और वर्षाजनित घटनाओं में कम से कम पांच लोगों की मौत हुई थी। सेना और वायु सेना की भी सहायता राहत कार्य में ली गयी थी। एनडीआरएफ की टीम ने सुबह भी एक नवजात शिशु और छोटे बच्चे और कई महिलाओं समेत दर्जन भर से अधिक लोगों काे जलभराव वाले इलाके से सुरक्षित निकाला।

शहर के कई हिस्से में अब भी कई फुट पानी भरा हुआ है। राहत और बचाव कार्य जारी है। शहर के बीचो बीच बहने वाली विश्वामित्री नदी का जलस्तर फिर से बढने की आशंका है। इसमे बड़ी संख्या में रहने वाले मगरमच्छ भी शहर में बह कर पहुंच गए हैं। आज वडसर के नजदीक से 11 फुट के एक मगर को पकड़ा गया। अब तक कम से कम 5 मगरमच्छों को रिहायशी इलाकों से पकड़ा भी जा चुका है।

राहत एजेंसियों की ओर से स्थानांतरित लोगों में बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। कई स्थानों पर लोग निचली मंजिल के अपने जलमग्न आवासों को छोड़ ऊपरी मंजिलों पर रह रहे हैं। जिले के मंजूसर औद्योगिक क्षेत्र में भी जलजमाव से उत्पादन पर असर पड़ा है।

हवाई अड्डा भी बाढ़ की वजह से बंद हो गया था पर अब इसे शुरू कर दिया गया है। शहर की सिटी बस सेवा भी चरमरा गयी थी जो अब धीरे धीरे सुचारू हो रही है। सयाजीगंज चिड़ियाघर तथा सरकारी एसएसजी अस्पताल परिसर में भी जलजमाव हो गया था।

इस बीच आज भारी वर्षा के कारण ओलपाड में गणेश नगर, दीप नगर, गायत्री नगर के कई रिहायशी इलाकों में पानी भर गया है। कुछ सरकारी कार्यालयों में भी पानी भर गया। उधर धरमपुर के धोबी धोवाण इलाके में पानी में फंसी एक कार को अग्निशमन कर्मियों ने निकाला। इसमें तीन लोग सवार थे।