मेलबोर्न। ऑस्ट्रेलिया की टीम में विस्फोटक सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर की सिडनी में सात जनवरी से होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए वापसी हो चुकी है और अब सभी निगाहें भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा की तीसरे टेस्ट में वापसी पर लगी हुई हैं।
भारत ने मेलबोर्न में दूसरा बॉक्सिंग डे टेस्ट आठ विकेट से जीतकर चार मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है लेकिन भारत की ओपनिंग की समस्या पहले दोनों टेस्टों में बनी हुई है।
भारत ने एडिलेड में दिन रात्रि टेस्ट में शून्य और सात रन की ओपनिंग साझेदारी की जबकि मेलबोर्न में बॉक्सिंग डे टेस्ट में एक और 16 रन की ओपनिंग साझेदारी की। एडिलेड में पहले टेस्ट में ओपनिंग में पृथ्वी शॉ और मयंक अग्रवाल उतरे लेकिन दोनों फ्लॉप रहे। पृथ्वी को शून्य और चार रन बनाने के कारण मेलबोर्न में बाहर होना पड़ा। मयंक भी अब तक चारों पारियों में फ्लॉप रहे हैं और उन्होंने 17, 9, 0, 5 के स्कोर बनाये हैं।
मेलबोर्न में ओपनिंग में उतारे गए युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने मौके का फायदा उठाया और बिना किसी दबाव के बल्लेबाजी करते हुए 45 और नाबाद 35 रन बनाकर अपना स्थान सुरक्षित कर लिया। गिल को कप्तान रहाणे और कोच शास्त्री दोनों की तारीफ मिली है।
यह माना जा रहा है कि रोहित तीसरे टेस्ट में एकादश में उतरेंगे। यदि रोहित सिडनी में सात जनवरी से होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए टीम में शामिल होते हैं तो मयंक को एकादश से बाहर बैठना पड़ेगा।
भारतीय कप्तान अजिंक्या रहाणे ने बॉक्सिंग डे टेस्ट आठ विकेट से जीतने के बाद कहा कि उन्हें अब तीसरे टेस्ट में स्टार सलामी बल्लेबाज रोहित की वापसी का इन्तजार है जबकि कोच रवि शास्त्री ने कहा कि वह रोहित को तीसरे टेस्ट में उतारने से पहले उनसे बात करना चाहेंगे।
रहाणे ने कहा, हम रोहित की वापसी को लेकर काफी रोमांचित हैं। मैंने उनसे बातचीत की थी और वह टीम के साथ जुड़ने का इन्तजार कर रहे हैं।
दूसरी तरफ कोच शास्त्री ने कहा, अभी हमें इंतजार करना चाहिये। फिलहाल रोहित सिडनी में क्वारंटीन में हैं। वह टीम में शामिल होने के लिये तैयार हैं और प्लेइंग इलेवन में सीधे वापसी कर सकते हैं लेकिन यह फैसला लेने से पहले हमें रोहित से बातचीत करनी होगी कि वह तीसरे टेस्ट में उतरने के लिए शारीरिक रूप से कितने तैयार हैं।
मेलबोर्न की जीत से ओपनिंग की परेशानी कुछ देर के लिए छिप जरूर गयी लेकिन भारतीय टीम प्रबंधन को देखना होगा कि सलामी बल्लेबाजी संतुलित रहे ताकि आगे के बल्लेबाजों को दबाव न झेलना न पड़े। ऑस्ट्रेलिया ने वार्नर को वापस लाकर सिडनी की जंग के लिए खुद को तैयार कर लिया है और अब भारत को भी खुद को इसी तरह तैयार करना है।