वाशिंगटन। फेसबुक और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स ने अपनी नीति में अस्थाई ढील देने और यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूसी लोगों के खिलाफ हिंसक भाषण की अनुमति देने की घोषणा की।
अल जज़ीरा ने शुक्रवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी। इसका मतलब है कि अब ‘रूसी आक्रमणकारियों की मौत’ जैसे बयानों को इन प्लेटफार्मों पर पोस्ट करने की अनुमति होगी। इस बीच अमरीका में रूसी दूतावास ने फेसबुक से इन ‘चरमपंथी गतिविधियों’ को तत्काल रोकने की मांग की है।
रूसी दूतावास ने कहा कि मेटा की आक्रामक और आपराधिक नीति के कारण रूसियों के प्रति घृणा और शत्रुता को बढ़ावा देना अपमानजनक है। कंपनी की कार्रवाई हमारे देश पर घोषित नियमों के बिना सूचना युद्ध का एक और सबूत है।
बयान में कहा गया है कि यह नीति आर्मेनिया, अजरबैजान, एस्टोनिया, जॉर्जिया, हंगरी, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, रोमानिया, रूस, स्लोवाकिया और यूक्रेन पर लागू होती है, जिसमें फर्म के कंटेंट मॉडरेटर्स को ईमेल का हवाला दिया गया है।
टेक प्लेटफार्मों को यूक्रेन में युद्ध से संबंधित कई कांटेदार मुद्दों को नेविगेट करना पड़ा है, जैसे कि जब अमरीकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने एक टेलीविज़न साक्षात्कार में और ट्विटर पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हत्या का आह्वान किया था।