नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने फर्जी डिग्री विवाद के चलते दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष अंकिव बसोया को पद से इस्तीफा देने की हिदायत के साथ ही जांच पूरी होने तक संगठन से निष्कासित कर दिया है।
एबीवीपी की मीडिया समन्वयक मोनिका चौधरी ने गुरुवार को एक बयान में कहा है कि फर्जी डिग्री मामले की जांच होने तक बसोया को संगठन के सभी दायित्वों से मुक्त कर दिया गया है। इसके साथ ही बसोया को डूसू अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने को भी कहा गया है।
डूसू छात्रसंघ के चुनाव सितंबर में हुए थे जिसमें एबीवीपी अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव के पद पर विजय पाई थी। कांग्रेस समर्थित भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ ने आरोप लगाया था कि बसोया ने फर्जी डिग्री के जरिये दिल्ली विश्वविद्यालय में दाखिल लिया।
एनएसयूआई ने अपने आरोपों के बाद तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय का एक पत्र भी जारी किया था जिसमें कहा गया था कि बसोया ने बीए का जो प्रमाणपत्र दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश पाने के लिए जमा कराया है वह फर्जी है।
तिरुवल्लुवर विश्वविद्यालय के पंजीयक की तरफ से बताया गया था कि अंकिव बसोया ने उनके विश्वविद्यालय में कभी प्रवेश ही नहीं लिया और न कभी विश्वविद्यालय के किसी कालेज के छात्र रहे हैं।
पंजीयक ने लिखा कि बसोया ने जो प्रमाणपत्र जमा किया है वह फर्जी है और विश्वविद्यालय की तरफ से उन्हें कोई प्रमाणपत्र जारी नहीं किया गया है। बसोया की डिग्री का मामला दिल्ली उच्च न्यायालय में भी चल रहा है। बसोया ने फर्जी डिग्री के आधार पर दिल्ली विश्वविद्यालय में एमए में प्रवेश लिया था।