अजमेर। राजस्थान में रंगों का त्यौहार होली से एक महीने पहले होलिका रोपण (होली का डांडा) के साथ ही से सोमवार से फाल्गुन महीना शुरु हो गया।
फाल्गुन मास की एकम एक दूज एक साथ है। इसी के साथ अजमेर सहित पूरे राजस्थान में होली की तैयारियां शुरु हो गयीं हैं। होली के डांडा को रोपने की पारम्परिक परम्परा तीर्थ राज पुष्कर में पूरे उल्हास एवं श्रद्धा के साथ निभाई गई और फाल्गुन मास के पहले दिन चंग की थाप का आगाज हो गया, जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में देखा जा सकता है।
इसी क्रम में होलाष्टक तीन मार्च से शुरू होकर नौ मार्च को होली दहन के साथ समाप्त होंगे। 10 मार्च को धुलण्डी होगी और इसी दिन शाम से ही गणगौर पूजा भी प्रारम्भ हो जाएगी।राजस्थान में गणगौर पूजा का महिलाओं के लिए विशेष महत्व है। इससे पहले 25 फरवरी को फूलेरा दूज के अबूझ सावे पर खासकर ग्रामीण इलाकों में विवाहों की धूम रहेगी।