इस्लामाबाद। भारत में जन्मी पाकिस्तान के जानेमाने मानवतावादी और सामाजिक कार्यकर्ता दिवंगत अब्दुल सत्तार इदी की पत्नी बिलकिस बानो इदी का शुक्रवार को कराची के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 74 वर्ष की थीं।
वह अपने बेटे फैसल के साथ इदी फाउंडेशन की सह-अध्यक्ष थी। वह हृदय रोग से पीड़ित थी। पिछले कुछ दिनों से उनका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। इदी फाउंडेशन के प्रवक्ता ने एक प्रमुख दैनिक को बताया कि बिलकिस ‘कई बीमारियों’ से पीड़ित थी।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार उन्हें पाकिस्तान की मां कहा जाता है। उन्हें हिलाल-ए-इम्तियाज़, लेनिन शांति पुरस्कार, सामाजिक न्याय के लिए मदर टेरेसा मेमोरियल इंटरनेशनल अवार्ड (2015) और लोक सेवा के लिए रेमन मैग्सेसे पुरस्कार सहित विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
पिछले वर्ष उन्हें संयुक्त राष्ट्र के प्रोफेसर यांगी ली और अमरीका की नैतिकतावादी स्टीफन सोल्ड्ज़ के मानवाधिकारों के साथ ‘दशक की शख्सियत’ घोषित किया गया था।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने बिलकिस के निधन पर दुख व्यक्त किया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बिलकिस के निधन को देश के लिए बड़ी क्षति बताया हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खाने ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।