चेन्नई। तमिलनाडु के सलेम जिले में पुलिसकर्मी की बेरहम पिटाई से घायल एक किसान (45) ने जिला सरकारी अस्पताल में आखिरकार दम तोड़ दिया और घटना के बाद पिटाई करने वाले विशेष उप निरीक्षक (एसएसआई) को निलंबित कर दिया गया है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि सोशल मीडिया पर यह घटना वायरल होते ही एसएसआई पेरियासामी को निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ जांच भी शुरू हो गई है। पेरियासामी पर कथित तौर पर पुलिसकर्मियों से बहस करने पर युवक की बेरहमी से पिटाई करने का आरोप है।
पुलिस ने मृतक के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के विरोध प्रदर्शन के बाद पेरियार के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने कहा कि एदयापट्टी के किसान ए. मुरुगेसन और दो अन्य कल्लाकुरिची जिले की सीमा से लगी एक शराब की दुकान पर गए थे। जब वे दोपहिया वाहन से लौट रहे थे तो सलेम जिले के येतापुर थाना क्षेत्र के पप्पीनेकेनपट्टी चेक-पोस्ट पर पुलिस ने रोका तो इसके बाद उनके बीच बहस शुरू हो गई।
मुरुगेसन की बर्बर पिटाई का एक वीडियो क्लिप बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें पुलिस को किसान को पीटते हुए दिखाया गया है। मुरुगेसन के दोस्तों ने तभी वहां मौजूद तीन अन्य पुलिसर्मियों से भी उन्हें जाने देने की याचना की और मुरुगेसन की पिटाई नहीं करने की गुहार लगाई लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया और मुरूगेसन की पिटाई करता रहा।
मुरुगेसन पिटाई के बाद सड़क पर ही बेहोश होकर गिर पड़ा। उसे पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया और इसके बाद अतुर सरकारी अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद उसे सलेम सरकारी मोहन कुमारमंगलम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में रेफर कर दिया गया जहां आज सुबह उसने दम तोड़ दिया।
मृतक की पत्नी ने पुलिस पर मनमानी का आरोप लगाते हुए मुरुगेसन की मौत में चारों पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। खबर फैलते ही मुरुगेसन के परिजन बड़ी संख्या में येतापुर थाने के सामने जमा हो गए और इस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। सलेम जिला पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसएसआई को निलंबित कर दिया और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया।
ऐसी ही एक घटना करीब एक साल पहले तूतुकुडी जिले के सत्तनकुलम थाना में हुई थी जब जयराज नामक एक व्यापारी और उसके पुत्र जे बेन्निक्स की पुलिस हिरासत में पिटाई के कारण मौत हो गई थी। उस घटना को लेकर लोगों ने व्यापक रूप से आक्रोश का इजहार किया था और पूरे राज्य में सदमे की लहर दौर गई थी।