हनुमानगढ। हनुमानगढ में कर्ज से परेशान एक किसान के जिला कलेक्ट्रट परिसर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर लेने का मामला सामने आया है।
पुलिस के अनुसार कलेक्ट्रेट परिसर के पार्क में पेड़ पर एक व्यक्ति का शव लटकने की आज सुबह छह बजे मिली सूचना पर थाना प्रभारी अरविंद भारद्वाज ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारा।
मृतक के जेब से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान हनुमानगढ जिले मे रावतसर तहसील के किकरालिया न्योलखी निवासी सूरजाराम (52) के रूप में हुई। पुलिस ने मृतक के शव को हनुमानगढ के टाउन सिविल अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाकर परिजनों को सूचना दी।
पुलिस ने बताया कि मृतक के पुत्र विजय सिंह ने रिपोर्ट में बताया कि उसके पिता ने एचडीएफसी बैंक की रावतसर शाखा से किसान क्रेडिट योजना के तहत ऋण लिया था और पिछले काफी समय से ऋण की किश्ते चुका नहीं पा रहे थे।
इस कारण वह मानसिक रूप से परेशान रहने लगे। बैंक के कर्मचारी भी बार-बार किश्ते अदा करने के लिए दबाव बनाए हुए थे। बैंक द्वारा बताया जा रहा था कि अगर किश्ते अदा नहीं की गई तो उसकी कृषि भूमि को कुर्क करने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।
विजय सिंह का आरोप है कि बैंक कर्मचारियों द्वारा ऋण के लिए बार-बार परेशान करने से दुखी होकर सोमवार रात उसके पिता ने कलेक्ट्रेट परिसर में आत्महत्या कर ली।
हनुमानगढ़ जंक्शन पुलिस ने बताया कि एचडीएफसी बैंक कर्मचारियों पर सुरजाराम को मरने के लिए मजबूर कर देने के आरोप में दण्ड संहित की धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांंकि इसमें किसी को नामजद नहीं किया गया है। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
बताया जा रहा है कि सुरजाराम ने बैंक से साढे छह लाख लाख किसान क्रेडिट योजना के तहत ऋण लिया था।