कोटा। राजस्थान में कोटा जिले के दीगोद क्षेत्र में अपने खेत में कीटनाशक दवा का छिड़काव करते समय उसके असर से एक किसान की मौत हो गई।
पुलिस सूत्रों ने आज बताया, कोटा जिले के दीगोद क्षेत्र में मुंडला गांव निवासी किसान महावीर प्रजापति (40) जब अपने खेत में कीटनाशक दवा का छिड़काव कर रहा था ,तभी दवा नाक और मुंह के रास्ते उसके शरीर में चली गई और उसके असर से वह बेहोश हो गया।
सूत्रों ने बताया कि परिवारजनों ने महावीर प्रजापति को बेहोशी की हालत मे कोटा लाकर एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया था जहां उसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के बाद आज उसके परिवार जनों को सौंप दिया।
टिपर चालकों की हड़ताल, सफाई व्यवस्था पर असर
कोटा के नगर निगम की ओर से संचालित टिपर चालकों के आज हड़ताल पर चले जाने से गली- गली में सफाई के लिए कचरा ढोने का सिस्टम प्रभावित हुआ।
टिपर चालको का आरोप है कि उन्हें पिछले चार महीने से ठेकेदार ने वेतन का भुगतान नहीं किया है जबकि इस बारे में कोटा नगर निगम के प्रशासन का कहना है कि उन्होंने ठेकेदार को चालको के वेतन का भुगतान कर दिया है।
टिपर चालकों ने कहा कि भुगतान लेने के बावजूद ठेकेदार ने उन्हें वेतन का वेतन नहीं दिया है इसलिए कोटा नगर निगम में कार्यरत टिपर चालक हड़ताल पर चले गए हैं और अब उनके वेतन के भुगतान होने पर ही काम पर लौटेंगे।