बारां | राजस्थान किसान महापंचायत के प्रदेशाध्यक्ष रामपाल जाट ने राजनेताओं पर किसानों के अधिकार भूलने का आरोप लगाते हुये कहा है कि किसान किसी भी सरकार का मोहताज नहीं है।
जाट ने आज छीपा बडौद मंडी में आयोजित सभा में कहा कि सब्सिडी के नाम पर वोटो की राजनीति करने वाले राजनेता किसानों के अधिकारो को भूल गये है। उन्होंने कहा कि एनसीडीईएक्स के नाम पर किसानों की फसलो के दामों में कमी कर जमाखोरी की जाती है, फिर उससे प्राप्त उत्पादों को चार गुनी कीमत में बिचोलियों को बेचते है।
उन्होंने कहा कि सरकार के नियमों में है कि चना, लहसुन का समर्थन मूल्य से कम पर मंडियों में भाव नहीं होना चाहिए लेकिन इसके बावजूद सरकारी मंडियों में कम दाम पर किसानों को जींस बेचने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुये कहा कि सरकार जब तक सभी किसानों का लहसुन नहीं खरीद लेती तब तक किसान महापंचयत का आंदोलन जारी रहेगा। लहसुन का दाम कम होने से किसान को आत्महत्या करने के लिये मजबूर होना पड़ रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का किसान के प्रति ध्यान नहीं है और सिर्फ विकास का रोना पीटते है, असली विकास तो किसान की खुशहाली है। महापंचायत के प्रदेश संयोजक सत्यनारायण सिंह ने कहा कि सभी किसान अपनी जींस आगामी रणनीति के अनुसार मंडियों में लाएंगे। जरुरत पड़ी तो तालाबंदी भी करेंगे, लेकिन किसान को उसका हक एवं अधिकार दिला कर ही रहेंगे।