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भीम से निकाली गई टैक्टर किसान यात्रा अजमेर पहुंची - Sabguru News
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भीम से निकाली गई टैक्टर किसान यात्रा अजमेर पहुंची

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भीम से निकाली गई टैक्टर किसान यात्रा अजमेर पहुंची

अजमेर। राजस्थान के अजमेर में देवडूंगरी एवं राजसमंद जिले के भीम से निकाली गई किसान ट्रैक्टर यात्रा आज यहां पहुंची। मजदूर किसान शक्ति संगठन की ओर से निकाली गई ट्रैक्टर यात्रा रास्ते भर नुक्कड़ नाटकों के जरिए चेतना जागृति का काम कर रही है और आंकड़ों के साथ जनता को यह जता रही है कि कृषि कानून के तीनों बिल देश के किसानों के खिलाफ है।

यात्रा की अगुवाई कर रहे मजदूर किसान नेता शंकर सिंह ने कहा कि हमारी केंद्र सरकार से मांग है कि कृषि कानूनों के जरिए मंडियों को प्राइवेट हाथों में न जाने दे क्योंकि इससे जमाखोरी बढ़ेगी और किसानों के साथ साथ आम जनता के लिए भी संकट खड़ा होगा क्योंकि जब निजी धनपतियों के हाथों में गोदामों की चाबी होगी तो राशन की दुकानों पर भी समय पर एवं उचित मूल्य पर राशन वितरण नहीं हो सकेगा।

उन्होंने सवाल किया कि इलेक्ट्रॉल बॉंड के नाम पर बांटे गए छह हजार करोड़ रुपए कहां से आए। इसे गुप्त क्यों रखा जा रहा है। केंद्र ये क्यों नहीं बताती कि ये पैसा किस धनपति ने दिया।

अजमेर पहुंचने पर किसान ट्रैक्टर यात्रा का पीसीयूएल संगठन की ओर से बजरंगगढ़ चैराहे पर अगवानी की गई। यात्रा यहां से अपने अगले गंतव्य से होती हुई शाहजहांपुर बॉर्डर दिल्ली तक जाएगी।

केसरपुरा और सराधना में हुई नुक्कड़ सभाएं
मांगलियावास के बाद केसरपुरा और सराधना में सभाएं हुई जहां पर राजस्थान असंगठित मजदूर यूनियन के सचिव बालू लाल ने कहा कि हमें ना केवल जमाखोरी के बारे में समझना है अपितु हमने ठेका खेती और एपीएमसी का जो कानून लाया गया है उसके बारे में समझने की आवश्यकता है। सराधना में नुक्कड़ सभा में विनीत भांभू ने कहा कि सरकारें कंपनियों के कहने से इसलिए कानून बनाती हैं क्योंकि ये कंपनियां ही राजनीतिक दलों को इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में चुनाव में अनाप शनाप खर्चा करने के लिए पैसा देती है। यहां से यात्रा अजमेर के लिए निकली।
गेगल और किशनगढ़ के लिए निकली यात्रा
अब यात्रा गेगल और किशनगढ़ के लिए निकली है जो वहां मजदूरों और किसानों के साथ संवाद करेगी और किशनगढ़ के आसपास कहीं पर यात्रा का रात्रि विश्राम होगा। दिनांक 11 जनवरी 2021 को किसान समर्थन यात्रा किशनगढ़ और दूदू के आसपास के कई गांवों गांवों और कस्बों में संवाद करेगी।