गांधीनगर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने आज कहा कि वर्तमान किसान आंदोलन का हल परस्पर बातचीत से शीघ्र ही होगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं विविध संगठनो मे कार्य करने वाले कार्यकर्त्ताओ की आज यहां कर्णावती विश्वविद्यालय में सम्पन्न तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक के बाद आज पत्रकारों से बातचीत के दौरान संघ के सह सरकार्यवाह कृष्णगोपालजी ने कहा कि किसान आंदोलन का हल परस्पर बातचीत से शीघ्र ही होगा।
उनसे केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि सुधार क़ानूनों को लेकर पिछले एक माह से अधिक समय से कड़ाके की ठंड के बीच दिल्ली की सीमा के निकट चल रहे किसानो के विरोध आंदोलन के बारे में पूछा गया था।
उन्होने कहा कि बैठक में कोरोना काल में देशभर में विविध संगठनो के सेवाकार्य की जानकारी दी गयी। स्कूल बंद होने की वजह से विधार्थी पढ़ नहीं पा रहे थे तो देश में विद्यार्थी परिषद ने मोहल्ला पाठशाला और आनलाइन के माध्यम से लगभग 10,000 स्थानों पर बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था की।
पूरे देश में समाज ने जैसी एकजुटता दिखाई है, वह विश्वभर में अभूतपूर्व है। कोरोना काल के संकट को पार कर देश की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढे इसके लिए संघ के कार्यकर्ता कौशल्य विकास के कार्य में जुटेंगे।
उन्होंने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का विषय भी बहुत महत्त्वपूर्ण दौर में आ गया है। एक भव्य मंदिर शीघ्रता से बने इसको लेकर देश और दुनिया में वातावरण बना है। देशभर में इसके लिए व्यापक संपर्क का कार्य होगा और सभी कार्यकर्ता 5 लाख से अधिक गांवों में 10 करोड़ से अधिक घरों में जायेंगे और प्रत्येक से सहयोग प्राप्त करने का प्रयास होगा।
उन्होंने कहा कि जो नई शिक्षा नीति आई है उसका भी सभी ने स्वागत किया। उसकी बहुत सी अच्छी बातों का क्रियान्वयन ठीक प्रकार से हो इसके लिए संघ प्रयास करेगा। इसके अलावा विभिन्न विषयों जैसे जल संरक्षण, वृक्षारोपण और प्लास्टिक से मुक्ति आदि पर भी विचार हुआ।