नई दिल्ली। कृषि सुधार कानूनों के विरोध में किसानों के जारी आंदोलन के बीच शनिवार को संयुक्त किसान माेर्चा की ओर से सरकार के साथ 29 दिसंबर को बातचीत का प्रस्ताव दिया गया।
मोर्चा की आज यहां हुई बैठक में सरकार की नई पेशकश पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक के दौरान संयुक्त किसान माेर्चा के सदस्यों ने कहा कि उन्होंने सरकार को आगामी 29 दिसंबर को किसानों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत का प्रस्ताव दिया है।
बैठक में शामिल मोर्चा के सदस्य डॉ दर्शन पाल ने हाल ही में कृषि मंत्रालय के सचिव की ओर से भेजे गए पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें भी सरकार ने पिछली बातचीत के तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करके देश की जनता को गुमराह करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हमारी ओर से हर बैठक में हमेशा कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की गई है।
किसानों ने सरकार की पेशकश पर विचार के साथ-साथ किसान आंदोलन की आगे की रूपरेखा भी तैयार कर ली है। इसके तहत उनकी ओर से 27 और 28 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह के पुत्रों (चार साहिबजादों) का शहीदी दिवस मनाया जाएगा। उन्तीस दिसंबर को सरकार के साथ बातचीत की जाएगी और 30 दिसंबर को किसान ट्रैक्टर से सिंघु बॉर्डर से लेकर टीकरी और शाहजहांपुर बॉर्डर तक मार्च निकालेंगे।