हिसार। हरियाणा के फतेहाबाद में पंद्रह वर्षीय छात्र के ‘अपहरण‘ प्रकरण में अध्यापिका और छात्र तीन दिन बाद सोमवार को लौट आए और अध्यापिका ने बताया कि वह वैष्णोदेवी गए थे। स्कूल ने 30 वर्षीय अध्यापिका के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें स्कूल से निकाल दिया है।
पुलिस के अनुसार अध्यापिका और छात्र के लौटने के बाद दोनों के बयान दर्ज कर लिए गये हैं। गुरूनानकपुरा पुलिस चौकी प्रभारी बताया कि अध्यापिका ने पुलिस को बताया कि वे वैष्णोदेवी मां के मत्था टेकने गए थे। नाबालिग छात्र को बाल कल्याण समिति के समक्ष में पेश किया गया।
छात्र ने बताया है कि उसकी अध्यापिका से एक साल से दोस्ती थी। अध्यापिका उसे हिसार ले गई, हिसार से दिल्ली और दिल्ली से कटरा। उसने यह भी बताया कि रास्ते में अध्यापिका ने छात्र के मोबाइल का सिम तोड़ दिया था तथा कटरा में अध्यापिका ने जब अपना मोबाइल ऑन किया तो छात्र ने मौका पाकर पिता से संपर्क किया।
इसके बाद छात्र के पिता कटरा पहुंचे और इन दोनों को वापस फतेहाबाद ले आए। छात्र ने बताया है कि टीचर ने उसे किस किया था। 20 जुलाई को छात्र के स्कूल न पहुंचने की खबर पाने के बाद परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने अध्यापिका के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया था।