कई देशों से अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए भीख मांग रहे पाकिस्तान (Pakistan) को एक बड़ा झटका लगा है। फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के एशिया पैसिफिक ग्रुप ने शुक्रवार को पाकिस्तान को वैश्विक मानकों को पूरा करने में विफलता के लिए ‘ब्लैकलिस्ट’ कर दिया है। पाकिस्तान एशिया-पैसिफिक ग्रुप (APG) के 10 मानकों को पूरा करने में नाकाम साबित हुआ है।
एपीजी रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान अपने कानूनी और वित्तीय प्रणालियों के लिए 40 मानकों में से 32 को पूरा करने में विफल रहा है। इसके अलावा टेरर फंडिंग के खिलाफ सुरक्षा उपायों के लिए 11 मापदंडों में से 10 को पूरा करने में पाकिस्तान विफल साबित हुआ है। अब पाकिस्तान अक्टूबर में ब्लैक लिस्ट हो सकता है, क्योंकि एफएटीएफ की 27-पॉइंट एक्शन प्लान की 15 महीने की समयावधि इसी साल अक्टूबर में खत्म हो रही है। बता दें कि अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड के दबाव के बाद फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) पाकिस्तान को जून 2018 से संदिग्ध सूची में डाल है।
आपको जानकारी में बता दें, पिछले कुछ दिनों पहले इस्लामाबाद (Islamabad) ने 450 पन्नों का दस्तावेज पेश किया था, जिसमें सरकार द्वारा मौजूदा कानूनों में किए गए सभी बदलावों और पिछले एक-डेढ़ साल में आतंकी समूहों के खिलाफ कार्रवाई शामिल है। पाकिस्तान को 50 पैमानों पर सुधार के दावों को लेकर कोई समर्थन नहीं मिल रहा। वहीं एपीजी में पाकिस्तान 40 पैमानों में करीब तीन दर्जन पैमानों में नाकाम रहा है।