इटावा। उत्तर प्रदेश में इटावा जिले के उसराहार इलाके के कटैला गांव में एक व्यक्ति ने शराब के लती पुत्र की कुल्हाड़ी से प्रहार कर हत्या कर दी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने मंगलवार को बताया कि लक्ष्मी नारायण शाक्य ने शराब के लती अपने पुत्र दर्शन सिंह (30) की कुल्हाड़ी से वार कर उस समय हत्या कर दी जब वह शराब के पैसे न मिलने पर अपने मासूम पुत्र की गर्दन पर पैर रख कर खड़ा हो गया। पोते की जान बचाने के लिए लक्ष्मी नारायण ने पुत्र पर कुल्हाड़ी से एक के बाद एक प्रहार किए। हत्या के बाद आरोपी ने अपने कपड़े पास के कुएं में फेंक दिए।
उन्होंने बताया कि हत्या के पीछे ऐसा कहा गया है कि दर्शन सिंह अपनी ढाई बीघा जमीन को बिकवाने के लिए पिता पर दबाव बना रहा था। दबाव ना मानने पर अपने ही मासूम बेटे को मारने पीटने लगा जिसमें गुस्से पर आकर पिता ने कुल्हाड़ी से प्रहार करके देखे को मौत के घाट उतार दिया। मृतक से परिवार के लोग इतने तंग थे कि हत्या जैसी संगीन वारदात के बावजूद भी कोई परिजन पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोई प्रार्थना पत्र देने के लिए तैयार नहीं हुआ।
कुमार ने बताया कि पुलिस ने मौके से पिता को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या मे प्रयुक्त की गई कुल्हाड़ी भी पुलिस ने बरामद कर ली है। लक्ष्मी नारायण ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।हत्यारोपी लक्ष्मीनारायण ने बताया कि राहुल के तीन बच्चे हैं। परिवार मे मात्र ढाई बीघा जमीन है। राहुल काफी समय से शराब पीने का आदी हो गया था। कोई काम न करने के बाद रोज घर पर शराब के लिए पैसे मांगता था। पैसे न मिलने पर वह अपनी पत्नी ब बच्चों की पिटाई करता था, मजबूरन वह शराब के लिए राहुल को पैसे देते थे इसके बाद भी राहुल उनपर ढाई बीघा जमीन बेचने के लिए दबाव बनाता था।
उसने बताया कि पूरे परिवार को पालने के लिए उसके पास जमीन ही सहारा थी लेकिन इस बात को उसका शराबी बेटा मानने को तैयार नहीं था। राहुल ने दिन में घर पर लडाई की और शराब के लिए पैसे लिए रात को फिर वह मकान की छत पर अपनी पत्नी को पीटने लगा तो वह बचाने पहुंच गए लेकिन राहुल ने उन्हें धक्का दे दिया। गुस्से से तमतमाया राहुल सुबह ही जमीन बेचने के लिए उनसे कहने लगा जब मना किया तो उसने अपने दो वर्षीय बेटे की गर्दन पर लात रखकर मारने की कोशिश करने लगा यह देख उनकी रूह कांप गई और उन्होंने कुल्हाड़ी उठाकर राहुल की गर्दन और चेहरे पर वार कर दिए जिससे उसकी मौत हो गई।