कौशांबी। उत्तर प्रदेश की कौशांबी जिला पुलिस ने सरायअकिल क्षेत्र के सिहोरवा गांव में 28 दिसम्बर की रात हुई तबरेज आलम की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पुत्री ने प्रेमी के साथ मिलकर की थी।
पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि सिहोरवा गांव निवासी 50 तबरेज आलम 28 दिसम्बर की रात अपने पड़ोसी मित्र के घर सो रहा था। उसी दौरान उसकी पुत्री पुरखास गांव निवासी अपने प्रेमी रेहान के साथ वहां पहुंची और कुल्हाड़ी से प्रहार करके पिता की हत्या कर दी थी। इस मामले में उसकी पत्नी सबीना बेगम ने अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
उन्होंने बताया कि विवेचना दौरान प्रकाश में आया कि मृतक तबरेज की पुत्री 18 वर्षीय पुत्री सुमैया 18 अनवारुल हक बालिका इंटर कॉलेज रसूलपुर टप्पा में पढ़ रही थी। अध्ययन के दौरान उसका पुरखास गांव निवासी रेहान से प्रेम हो गया और दोनों आपस में फोन पर बात करते थे और आपस में मिलते जुलते थे।
इसकी जानकारी पिता तबरेज आलम को हुई तो उसने अपनी पुत्री को विद्यालय जाने से रोक दिया, फिर भी दोनों का मिलना-जुलना था। इसी को लेकर क्षुब्ध तबरेज पुत्री को मारता पीटता था। उन्होंने बताया कि तबरेज आलम ने अपनी पुत्री सुमइया को 28 भी दिसम्बर को प्रेम संबंधों को लेकर मारा पीटा था। जिसकी जानकारी उसने अपने प्रेमी रेहान को दी थी।
इसी बात को लेकर प्रेमी-प्रेमिका ने प्रेम संबंध के बीच रोड़ा बने तबरेज आलम को रास्ते से हटाने की लिए उसकी हत्या की योजना बना डाली और 28 दिसम्बर की रात उसकी कुल्हाड़ी से हत्या कर दी थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुमैया एवं उसके प्रेमी रेहान को तबरेज की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया कड़ाई से पूछताछ करने पर प्रेमी युगल ने हत्या की घटना को कबूल करते हुए परत दर परत घटनाक्रम को उजागर कर दिया।