अजमेर। शहर के समीपवर्ती पदमपुरा गांव में सोमवार को लोहे के फंदे में मादा पैंथर फंसने से हडकंप मच गया। फंदा किसी शिकारी ने लगाया था। वन विभाग ने पैंथर को रेस्क्यू किया। आस पास के गांव में अलर्ट जारी किया गया है।
सुबह 4 बजे करीब एक ग्रामीण जंगल से सटे अपने खेत में शौच के लिए गया था। तभी उसे पैंथर के दहाडने की आवाज सुनाई दी। उसने नरवर वन नाकेदार सहायक वनपाल सरफराज खान को इस बारे में सूचित किया। सूचना पाकर पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर देखा कि एक पैंथर का पंजा लोहे के फंदे में फंसा था।
उन्होंने इस बारे में उप वन संरक्षक सुदीप कौर व सहायक वन संरक्षक लोकेश शर्मा को अवगत कराया। इसके बाद एक टीम मौके के लिए रवाना की गई। टीम में वनपाल सत्यनारायण शर्मा समेत अन्य वनकर्मी थे, बाद में आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
पैंथर को रेस्क्यू करने के लिए बेहोश करने के लिए जयपुर से जयपुर चिडियाघर के वरिष्ठ जीव चिकित्साधिकारी डा अरविंद माथुर को बुलाया गया। करीब 2 घंटे बार पहुंचे माथुर ने पैंथर को ट्रैक्यूलाइज किया। बाद में पैंथर को फंदे से बाहर निकाल कर प्राथमिक चिकित्सा दी गई। पैंथर को घूघरा रैंज कार्यालय में लाया गया।
करीब दो साल उम्र की इस मादा पैंथर को करीब आधे घंटे तक उसे निगरानी में रखा गया। स्वस्थ दिखाई देने पर दोपहर बाद उसे रावली टाटगढ सेंचूरी में छोड दिया गया। वन विभाग को संदेह है कि किसी शिकारी ने जंगली जानवर को पकडने की नीयत से फंदा लगाया था। अज्ञात शिकारी की तलाश की जा रही है।