श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर में जिला कारागृह के दो कर्मचारियों की मिलीभगत से एक महिला बंदी से बंदी द्वारा दुष्कर्म किए जाने घटना सामने आई है।
पीड़ित महिला बंदी के देवर द्वारा पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत को दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर महिला थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया है जिसकी जांच डीएसपी (महिला अत्याचार अन्वेषण) विक्की नागपाल कर रहे हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पीड़िता के देवर की रिपोर्ट पर दर्ज किए मुकदमे में जिला कारागृह के एक बंदी हरमन उर्फ रजत निवासी साधुवाली पर गत तीन सितंबर को कार्यगृह के एक कार्यालय में दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है। मुकदमे के अनुसार देवर ने बताया है कि उसकी भाभी तीन-चार साल से जेल में बंद है। कोरोना लॉकडाउन के कारण वह भाभी से मुलाकात करने जेल में नहीं जा पाया।
एक पखवाड़ा पहले इस जेल की 27 महिला बंदियां कोरोना पॉजिटिव हो गईं। तब महिला बंदियों को अबोहर बाईपास पर स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र में शिफ्ट कर दिया गया। यह पता चलने पर वह 27 अक्टूबर को भाभी से मिलने इस केंद्र में गया। तब भाभी ने बताया कि जेल के दो कर्मचारियों की मिलीभगत से उसके साथ दुष्कर्म किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।