स्पोर्ट्स डेस्क। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन से पूरा देश दुःखी है। हर कोई इस महान नेता को नम आँखों से श्रद्धांजलि दे रहा है। वहीं दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) ने मंगलवार को एक बड़ा फैसला लिया। डीडीसीए ने फिरोजशाह कोटला स्टेडियम का नाम अपने पूर्व अध्यक्ष और देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के नाम पर रखने का फैसला किया है। अब इस स्टेडियम को दुनिया भर में अरुण जेटली के नाम से जाना जाएगा। इसका नया नामकरण 12 सितंबर को एक समारोह द्वारा किया जाएगा। जेटली का गत 24 अगस्त को निधन हो गया था। वह 1999 से 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे।
डीडीसीए के अध्यक्ष रजत शर्मा ने बताया कि इस बारे में आगामी 12 सितंबर को राजधानी में एक समारोह के दौरान यह घोषणा की जाएगी। इसी समारोह में कोटला के एक स्टैंड का नाम भारतीय कप्तान विराट कोहली के नाम पर भी रखा जाएगा।
रजत शर्मा ने कहा कि जेटली को यह डीडीसीए की तरफ से श्रद्धांजलि होगी। इस स्टेडियम का पुनर्निमाण उस समय हुआ था जब जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे। इसलिए हमने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि इस स्टेडियम का नाम अरुण जेटली के नाम पर रखा जाए। जेटली के समर्थन और प्रोत्साहन से ही विराट कोहली, विरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, आशीष नेहरा, रिषभ पंत और कई अन्य क्रिकेटरों ने भारतीय टीम में जगह बनायी और भारत को गौरव प्रदान किया।
12 सितंबर को होने वाले समारोह में विराट के नाम पर उनके घरेलू फिरोजशाह कोटला मैदान के एक स्टैंड का नाम रखा जाएगा। विराट इस तरह सबसे युवा सक्रिय क्रिकेटर बन जाएंगे जिनके नाम पर फिरोजशाह कोटला स्टेडियम के एक स्टैंड का नाम रखा जाएगा।
यह समारोह जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम कॉम्लेक्स स्थित भारोत्तोलन हाल में होगा। समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे और केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू इस अवसर पर सम्मानीय अतिथि होंगे।
विराट ऐसे तीसरे खिलाड़ी होंगे जिनके नाम पर कोटला के स्टैंड का नाम रखा जाएगा। इससे पहले बिशन सिंह बेदी और मोहिंदर अमरनाथ के नाम पर कोटला के दो स्टैंड के नाम रखे गए हैं लेकिन ये दोनों खिलाड़ी रिटायर हो चुके हैं और उनके रिटायर होने के काफी साल बाद जाकर कोटला में के नाम पर स्टैंड के नाम रखे गए जबकि इस हॉल ऑफ फेम में विराट सबसे युवा और सक्रिय खिलाड़ी हैं।
वीरेंदर सहवाग और अंजुम चोपड़ा दो अन्य ऐसे खिलाड़ी हैं जिनके नाम पर कोटला के गेट रखे गए हैं जबकि हॉल ऑफ फेम पूर्व भारतीय कप्तान मंसूर अली खां पटौदी के नाम पर रखा गया है।
डीडीसीए इस अवसर पर पूरी भारतीय टीम और कोच रवि शास्त्री को सम्मानित करेगा। डीडीसीए इस अवसर पर उन क्रिकेटरों को भी सम्मानित करेगा जिन्होंने दिल्ली की सेवा की है लेकिन पिछले पांच वर्षों में रिटायर हो गए हैं।