मॉस्को। फीफा विश्वकप के मेज़बान रूस की खिताब की दावेदारों में शामिल स्पेन के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में रोमांचक जीत के बाद देशवासियों ने इस कदर जमकर रातभर जश्न मनाया कि मॉस्को शहर में कूड़े का पहाड़ ही खड़ा हो गया।
21वें फुटबाल विश्वकप की मेजबानी कर रही रूसी टीम की स्पेन जैसी मजबूत टीम के खिलाफ जीत की उम्मीद नहीं थी, शायद यही कारण है कि जब टीम ने पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से जीत दर्ज करते हुए विश्वकप के क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई तो पूरा देश ही जश्न में डूब गया।
हालांकि मॉस्को सिटी कर्मचारियों को जश्न मनाने का मौका नहीं मिला जो पूरी रात कूड़े के ढेर को साफ करने में व्यस्त रहे। जश्न में डूबे लाखों लोगों ने सिगरेट के बट, टूटे हुए शराब के गिलास, झंडे, खाने का सामान आदि सड़कों पर फेंक दिए जिससे कूड़े का ढेर लग गया। बोलशोई थिएटर के पीछे की सड़क पर कूड़ा उठाने के लिए बकायदा मशीन का उपयोग करना पड़ा जिसने कूड़े से भरे बड़े बैग जगह जगह से उठाए।
इतना ही नहीं सुबह के समय सड़क पर चारों ओर सिगरेट, शराब और लोगों के पेशाब की बदबू ने भी आम लोगों को परेशान किया। सफाई कर्मचारी निकोलाई बार्दायेव ने कहा कि मैं पिछले दो वर्षाें से यह काम कर रहा हूं लेकिन ऐसा नज़ारा पहले नहीं देखा है। यह रूस की जीत के कारण है लेकिन लोगों की तहजीब भी इससे पता चलती है।
गत माह शुरू हुये विश्वकप के बाद से ही मॉस्को की सड़कें विदेशी और स्थानीय फुटबाल प्रशंसकों से पटी रहती हैं जो छोटे छोटे समूहों में अपनी अपनी टीमाें की जीत का जश्न रात भर मनाते रहते हैं।
रविवार की रात तो रूस की जीत की घोषणा के साथ ही स्थानीय रूसी लोगों ने सड़कों पर एकसाथ आकर जीत का जश्न मनाना शुरू कर दिया। इसके बाद से सड़कों पर ट्रैफिक जाम के साथ शोर शराबा ही सुनाई दिया।
क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्रि पेस्कोव ने तो रूस की जीत के जश्न की विश्वकप युद्ध-द्वितीय की समाप्ति के जश्न से तुलना कर दी। उन्होंने कहा कि यदि हम रूस की जीत के इस जश्न को देखें तो मॉस्को सहित देश के कई शहरों में माहौल ऐसा था जो नौ मई 1945 को हमें देखने को मिला था।
हालांकि रूस को मिला जश्न और उसके बाद का माहौल जापान को टूर्नामेंट के ग्रुप चरण में मिली जीत के बाद से बिल्कुल अलग है। जापानी समर्थकों ने विश्वकप में अपनी टीम की जीत के बाद स्टेडियम में जमकर जश्न भी मनाया, लेकिन उन्होंने जाने से पहले अपनी जगह के आसपास के कूड़े को खुद ही साफ कर दुनिया के सामने एक नई मिसाल रख दी।