मास्को। दूसरी बार फीफा विश्व कप खिताब जीतने वाले फ्रांस को 38 मिलियन डॉलर (करीब 260 करोड़ रुपए) और उससे पराजित होकर उपविजेता बने क्रोएशिया को 28 मिलियन डॉलर (192 करोड़ रुपए) पुरस्कार राशि के रूप में मिले।
फ्रांस के 4-2 से फाइनल जीतने के बाद काफी तेज बारिश हुई और बारिश में पुरस्कार वितरण किया गया। खिलाड़ियों ने झमाझम बारिश में भीगते हुए अपनी ट्रॉफी ग्रहण की।
ब्राजील में हुए पिछले विश्व कप की तुलना में इस बार इनामी राशि 281 करोड़ रुपए अधिक दी गयी। विजेता फ्रांस को करीब 260 करोड़ रुपए और उपविजेता क्रोएशिया को 192 करोड़ रुपए मिले।
टूर्नामेंट में भाग लेने वाली कुल 32 टीमों को इनाम के तौर पर 400 मिलियन डॉलर (2,740 करोड़ रुपए) दिए गए। फेयर प्ले ट्रॉफी जीतने वाली टीम स्पेन को 50 हजार डॉलर (करीब 34.24 लाख रुपए) दिए गए।
कांस्य पदक जीतने वाली बेल्जियम को 164 करोड़ रुपए और चौथे नंबर पर रही इंग्लैंड को 151 करोड़ रुपए मिले। क्वार्टर फाइनल में हार जाने वाले उरुग्वे, ब्राजील, स्वीडन और रूस के हिस्से में 110-110 करोड़ रुपए आए।
राउंड 16 में हारने वाली अर्जेंटीना, पुर्तगाल, डेनमार्क, स्पेन, मैक्सिको, जापान, स्विट्जरलैंड, कोलंबिया की टीमों को 82-82 करोड़ रुपए मिले जबकि ग्रुप चरण से बाहर होने वाली टीम को 55 करोड़ रुपए मिले।
इंग्लैंड के केन को गोल्डन बूट अवार्ड
इंग्लैंड की टीम फीफा विश्व कप के सेमीफानल में हार गई लेकिन उसके कप्तान और स्ट्राइकर हैरी केन को टूर्नामेंट में सर्वाधिक छह गोल करने के लिए गोल्डन बूट का अवार्ड मिला।
सेमीफाइनल में पराजित हुए बेल्जियम के गोलकीपर तिबौत कोर्टियस को गोल्डन ग्लब का अवार्ड मिला जबकि स्पेन को फीफा फेयर प्ले ट्रॉफी से नवाजा गया। फाइनल में फ्रांस से पराजित हुए क्रोएशिया के कप्तान लुका मोड्रिच को गोल्डन बॉल और फ्रांस के किलियन एमबापे को एमर्जिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड मिला।