जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि इस चुनाव में देश में दो विचारधाराओं की लड़ाई है। गांधी ने आज गंगानगर जिले के सूरतगढ़ में जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि एक तरफ भाजपा, नरेंद्र मोदी और आरएसएस की देश को बांटने, नफरत फैलाने की विचारधारा है, और दूसरी तरफ कांग्रेस आम लोग भाईचारा, प्यार और लोगों को जोड़ने की विचारधारा है। लड़ाई इन दोनों के बीच में हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल से नरेंद्र मोदी देश में दो हिन्दुस्तान बनाने में लगे हैं। एक हिन्दुस्तान अमीरों का निजी जहाजवाला हिंदुस्तान और अनिल अम्बानी का हिंदुस्तान है, दूसरी तरफ किसानों का, छोटे दुकानदारों, व्यापारिया का मजदूरों, माताओं, बहनों और बेरोजगार युवाओं का हिंदुस्तान है।
उन्होंने कहा कि हमारा कहना है कि एक झंडा है तो एक हिंदुस्तान होना चाहिए। इस देश के दो झंडे नहीं हो सकते। सब लोगों के लिए एक हिन्दुस्तान में ही जगह होनी चाहिए। गांधी ने कहा कि मोदीजी के हिन्दुस्तान में सिर्फ अमीर लोग ही सपना देख सकते हैं जबकि किसान, गरीब, बच्चे सपना देख ही नहीं सकते।
गांधी ने कहा कि मोदी हर भाषण में वादे करते हैं। उन्होंने 15 लाख रुपए सभी के बैंक खातों में डालने का वादा किया, दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने और किसानों के कर्जे माफ करने का वादा किया। जो मन में आया उन्होंने वादा किया, लेकिन वादा एक भी पूरा नहीं हुआ बल्कि नोटबंदी से गरीबों का पैसा छीन लिया और और गब्बर सिंह टैक्स लगा दिया।
गांधी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि मोदी खुद को चौकीदार बताते हैं जबकि वह जनता के नहीं अम्बानी के चौकीदार हैं। उन्होंने 15 अमीरों का साढ़े तीन लाख करोड़ के कर्जा माफ कर दिया जबकि किसानों का एक पैसा नहीं माफ किया।
चौकीदार अमीरों के ही होते हैं, आम आदमी के नहीं। उन्होंने कहा कि केंद्र में कांग्रेस सरकार के समय फ्रांस की विमान निर्माता कम्पनी दसॉल्ट से राफेल विमान के लिए 526 करोड़ रुपए प्रति विमान का सौदा हुआ था। उसे मोदी ने 16 करोड़ रुपए कर दिया और और अनिल अम्बानी को 30 हजार करोड़ रुपए का फायदा पहुंचाया।
उन्होंने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का गुजरात में बैंक है और नोटबंदी के समय उसी बैंक ने 700 करोड़ रुपए बदल के दिए। शाह के बेटे की कंपनी का 50 हजार रुपए का व्यवसाय था जो करोड़ों रुपए का बिजनेस हो गया। अरुण जेटली के बेटी के बैंक अकाऊंट में भी खूब पैसा डाला गया।
गांधी ने वादा किया कि उनकी सरकार केंद्र आई तो न्यूनतम आय 12 हजार रुपए महीने होगी। इस रेखा से नीचे चाहे वह किसी भी धर्म, जाति का हो, इससे कम आय होने पर कांग्रेस सरकार सीधे उसके बैंक खाते में रुपए डालेगी।
व्यापारियों पर टैक्स भी सरल और साधारण होगा। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में बैंकों की चाभी नीरव मोदी ओर अम्बानी जैसों के हाथों में हैं, उनकी सरकार आई तो उसकी चाभी गरीबों के खाते में होगी।