नई दिल्ली। पश्चिमी दिल्ली के बवाना क्षेत्र में एक प्लास्टिक गोदाम में शनिवार को आग लगने से 17 लोग की मौत हो गई। इसमें 10 महिला समेत 17 की मौत हो गई, जबकि जान बचाने पहली मंजिल से कूदी एक महिला सहित दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं।
दिल्ली के एक अग्निशमन अधिकारी ने बताया कि नौ मृतकों में से चार के शवों को गोदाम से निकाला जा चुका है। जबकि गोदाम में अभी भी कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। उन्होंने बताया कि बचाव अभियान जारी है। फैक्ट्री के मालिक मनोज जैन को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है।
उन्होंने कहा कि नियंत्रण कक्ष में शाम 6.20 पर बवाना औद्योगिक क्षेत्र में आग लगने की सूचना मिलने पर 10 अग्निशामक गाड़ियां घटनास्थल पर पहुंच गई थीं। आग पर करीब साढ़े तीन घंटे पर काबू पाया जा सका। फायर ब्रिगेड का एक अफसर भी हादसे में जख्मी हुआ है।
रात 11 बजे तक शव ढूंढने का काम जारी था। पहली मंजिल से कूदे एक युवक के दोनों पैरों की हडि्डयां टूट गईं, जबकि महिला के कूल्हे की हडि्डयां टूट गईं। शाहबाद डेरी थाने ने मामला दर्ज किया है। ज्वलनशील पदार्थ रखने व लापरवाही से मौत होने सहित विभिन्न धाराओं में जांच शुरू की है। फैक्टरी के पास केमिकल का लाइसेंस था।
बताया जा रहा है कि इस फैक्ट्री में करीब 45 लोग काम करते थे। इनमें 35 महिलाएं और करीब 10 पुरुष हैं। जब फैक्ट्री में आग लगी तो सभी 45 मजदूर फैक्ट्री में काम कर रहे थे। आग के बाद कोई भी मजदूर बाहर नहीं निकल पाया। मृतकों की संख्या में इजाफा हो सकता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए तथा घायलों को 1-1 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर घटना पर दुख जताया है। भीषण आग के मामले में दिल्ली सरकार ने जांच के ऑर्डर दिए हैं। केजरीवाल सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हम हादसे पर नजर रख रहे हैं। आग में काफी जान-माल के नुकसान की खबर मिली है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बवाना आग हादसे के पीड़ितों को फौरन मदद दिए जाने का निर्देश हेल्थ सेक्रेटरी को दिए हैं। एम्स ट्रामा सेंटर को अलर्ट पर रखने की बात भी कही गई है।