कानपुर। उत्तर प्रदेश में कानपुर के स्वरूपनगर क्षेत्र में स्थित हृदय रोग संस्थान में रविवार को आग लगने से अफरातफरी मच गई। अस्पताल प्रशासन के अनुसार सभी मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया है हालांकि कुछ मरीजों के हताहत होने की सूचना है लेकिन इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हो सकी है। आग पर काबू पा लिया गया है और हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन से सभी घायलों को समुचित इलाज कराने तथा इस संबंध में तथ्य प्रस्तुत करने के निर्देश दिया है इसके साथ साथ जाँच के लिए उन्होंने एक उच्च स्तरीय समिति डीजी फ़ायर सर्विस, आयुक्त कानपुर मंडल और प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य की गठित की है जो तत्काल मौक़े पर जाकर संपूर्ण तथ्यों की जाँच करेगी। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि पूर्व में सभी अस्पतालों में अग्निशमन सेवाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए थे पर पुनः से सभी अस्पतालों में जांच करा ली जाए ताकि इस तरह की दुर्घटना कहीं अन्य अस्पताल में न हो।
अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि संस्थान में प्रथम तल पर बने आईसीयू के जनरल वार्ड में सुबह करीब साढ़े आठ बजे धुआं देखा गया जो देखते ही देखते आग की लपटों में तब्दील हो गया। आनन फानन में सभी मरीजों को उनके परिजन बाहर निकालने का प्रयास करने लगे। इससे वार्ड में अफरातफरी मच गई और पूरे वार्ड में दम घोंटू धुआं पसर गया।
संस्थान के कर्मचारियों ने पुलिस को सूचना दी और आग बुझाने का प्रयास करते हुए मरीजों को बाहर निकालने का प्रयास करने लगे। दमकल के कर्मचारियों ने तेजी दिखाते हुए आग बुझाने का प्रयास करते हुए खिड़कियां तोड़ कर सभी मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला। आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है। पूरे मामले को लेकर एसीपी महेंद्र सिंह ने बताया कि ग्राउंड फ्लोर के सभी मरीजों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। पहली मंजिल पर नौ मरीजों के फंसे होने की सूचना मिली है। उन्हें उसी मंजिल पर ट्रीटमेंट दिया जा रहा है।
खिड़कियों के शीशे तोड़कर वेंटीलेशन की व्यवस्था कर दी गई है। धुआं कम होने पर ग्राउंड फ्लोर चेक किया जाएगा। ग्राउंड फ्लोर पर अभी किसी के फंसे होने की सूचना नहीं है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि ग्राउंड फ्लोर पर स्थित स्टोर में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी थी। फायर सर्विस के लोग जांच कर बताएंगे कि आग लगने की क्या वजह रही।
हादसे के बाद कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण भी मौके पर पहुंचे गए हैं। उन्होने बताया कि पुरानी बिल्डिंग में करीब 140 मरीज थे। सभी को सुरक्षित निकाल लिया गया है। बिल्डिंग की जांच की जा रही है अभी तक किसी के फंसे होने की सूचना नहीं मिली है। आग की वजह से किसी की मौत और जख्मी होने की सूचना नहीं मिली है। एहतियात के तौर पर 10 एंबुलेंस लगाई गई हैं। नई बिल्डिंग में अस्थाई तौर पर मरीजों को शिफ्ट कर दिया गया है।ऑक्सीजन स्कोप एंड सिस्टम भी पहुंचा दिए गए हैं।