अजमेर। दीवाली पर जिला प्रशासन की ओर से निर्धारित किए गए स्थानों पर ही पर ही पटाखा बिक्री करने की अनुमति के आदेश के खिलाफ पटाखा व्यवसायी लामबंद हो गए और कलेक्टर को इस फैसले के खिलाफ शनिवार को ज्ञापन सौंपा।
जिला प्रशासन ने सिर्फ पटेल मैदान, पंचशील नगर में साइंस पार्क, चंद्रवरदाई नगर, तोपदडा स्कूल खेल मैदान में ही प्रस्तावित अस्थाई दुकानों पर पटाखा विक्रय करने के आदेश जारी किए हैं। इसके विरोध में शहर के अस्थाई लाइसेंस धारक पटाखा विक्रेता कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा कलेक्टर अंशदीप को ज्ञापन देकर आमजन एवं पटाखा विक्रेताओं की सुविधा को ध्यान रखते हुए शहर में पटाखे की दुकान लगाने तथा बेचने की अनुमति प्रदान करने की मांग की।
लेक्टर ने अस्थाई पटाखा विक्रेताओं की समस्याओं को ध्यान से सुनने के बाद सुरक्षा विशेषज्ञों से बातकर अति शीघ्र सकारात्मक रुख अपनाने का आश्वासन दिया। ज्ञापन में बताया गया कि 2 साल पहले भी इस तरह का आदेश जारी किया गया था परंतु विरोध के कारण प्रभावी नहीं हो सका।
अस्थाई पटाखा विक्रेताओं का कहना है कि खुले में पटाखे बेचते से आमजन को एवं पटाखा विक्रेताओं को ज्यादा सुरक्षा जोखिम का सामना करना पड़ेगा। कोविड-19 संक्रमण के कारण दो साल बाद दीपावली का पावन पर्व मनाया जा रहा है तथा इस बार आमजन एवं पटाखा विक्रेता में विशेष उत्साह है।
पटाखा व्यवसायियों ने कलेक्टर से पटाखा विक्रय अवधि 29 अक्टूबर तक बढ़ाने का आग्रह करते हुए कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में अस्थाई पटाखे विक्रय के लाइसेंस जारी कर दिए गए हैं एवं दुकानें भी लग गई है लेकिन अजमेर में पटाखों के लाइसेंस तक जारी नहीं किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि खुले में पटाखे बेचते के कारण कोटा में भयानक हादसा हो चुका है। उसकी पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए सकारात्मक सोच की आवश्यकता है। पटाखा व्यवसायियों के साथ नगर निगम अजमेर के उपमहापौर नीरज जैन, रमेश सोनी, हरीश बंसल, शिव कुमार बंसल, राजेश शर्मा, मनीष बढाणा, अनिल अग्रवाल, मुनव्वर खान, रोहित यादव, प्रमोद खण्डेलवाल, सहित बड़ी संख्या में अस्थाई पटाखा व्यवसायी उपस्थित थे।